मुंबई, 13 सितंबर: वित्तीय संकट से जूझ रही कंपनी आईएलएंडएफएस ने दावा किया कि यदि प्राधिकरणों के पास फंसा 16 हजार करोड़ रुपया समय से जारी कर दिया गया होता तो मौजूदा संकट खड़ा नहीं होता। कंपनी इस महीने की शुरुआत में सिडबी के 1,000 करोड़ रुपये का कर्ज समय पर चुकाने में असफल रही है।
कंपनी ने कर्मचारियों को लिखे एक पत्र में यह दावा किया है। पीटीआई- भाषा के पास मौजूद पत्र की प्रतिलिपि में कंपनी ने कहा, ‘‘हमारे मामले में प्राधिकरणों के पास फंसे पैसे जो कि करीब 16 हजार करोड़ रुपये हैं, का समय से भुगतान किया गया होता तो हम ऐसी स्थिति में कभी नहीं फंसते।’’
प्रबंधन ने यह भी दावा किया कि 15 सितंबर को निदेशक मंडल की बैठक के बाद स्थितियां और स्पष्ट हो जाएंगी।
उल्लेखनीय है कि कंपनी के ऊपर करीब करीब 91 हजार करोड़ रुपये का कर्ज बकाया है। इनमें से 57 हजार करोड़ रुपये विभिन्न बैंकों का कर्ज है। कंपनी इसी महीने सिडबी के एक हजार करोड़ रुपये का ऋण लौटाने में असफल रही है।