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उपभोग को बढ़ावा देने के लिए प्रत्यक्ष, अप्रत्यक्ष कर दरों को सुसंगत बनाया जाए: पीएचडीसीसीआई

By भाषा | Updated: December 1, 2021 20:14 IST

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नयी दिल्ली, एक दिसंबर उद्योग संगठन पीएचडीसीसीआई ने बुधवार को अर्थव्यवस्था में उपभोग और कर आधार को बढ़ाने के लिए प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष कर दरों को सुसंगत करने का सुझाव दिया।

पीएचडीसीसीआई की बजट पूर्व सिफारिशों में उसके अध्यक्ष प्रदीप मुल्तानी ने कहा कि उपभोग मांग को फिर से बढ़ाना बजट का विषय होना चाहिए ताकि देश में उत्पादन संभावनाओं, निजी निवेश और रोजगार सृजन पर गुणक प्रभाव पड़े।

उन्होंने कहा कि खपत और निजी निवेश को बढ़ावा देने के लिए जिंसों की ऊंची कीमतों और कच्चे माल की कमी को दूर करने पर ध्यान देने की भी जरूरत है।

मुल्तानी ने कहा कि उन कच्चे मालों पर बुनियादी सीमा शुल्क कम किया जाना चाहिए जिनमें अप्रैल, 2020 से कीमतों में 100 प्रतिशत या उससे अधिक की वृद्धि हुई है।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

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