कोरोना वायरस की मार से तेल बाजार ध्वस्त, माइनस में पहुंची तेल की कीमत, इतिहास में अब तक की सबसे बड़ी गिरावट

By भाषा | Updated: April 21, 2020 06:26 IST2020-04-21T05:23:32+5:302020-04-21T06:26:22+5:30

कोरोना वायरस संकट के मद्देनजर मांग घटने से कच्चे तेल की कीमत सोमवार को शून्य डॉलर/बैरल से भी नीचे चली गई क्योंकि कोई व्यापारी फिलहाल कच्चा तेल खरीदकर उसे अपने पास रखने की स्थिति में नहीं है।

crude prices plunges below zero for First Time in Unprecedented Wipeout | कोरोना वायरस की मार से तेल बाजार ध्वस्त, माइनस में पहुंची तेल की कीमत, इतिहास में अब तक की सबसे बड़ी गिरावट

कोरोना वायरस संक्रमण के चलते कच्चे तेल के बाजार में भारी तबाही।

Highlightsकोरोना वायरस संकट के मद्देनजर मांग घटने से कच्चे तेल की कीमत सोमवार को शून्य डॉलर/बैरल से भी नीचे चली गईमांग नहीं होने और कच्चा तेल को रखने की समस्या के कारण कोई डिलीवरी लेना नहीं चाह रहा है।

न्यूयॉर्क। कोरोना वायरस संकट के मद्देनजर मांग घटने से कच्चे तेल की कीमत सोमवार को शून्य डॉलर/बैरल से भी नीचे चली गई क्योंकि कोई व्यापारी फिलहाल कच्चा तेल खरीदकर उसे अपने पास रखने की स्थिति में नहीं है। दोपहर बाद के कारोबार में वॉल स्ट्रीट में शेयर भी लुढ़क गये। एस-एंड-पी 500 में 0.9 प्रतिशत की गिरावट आयी। लेकिन सबसे ज्यादा ड्रामा कच्चा तेल के बाजार में हुआ। जहां मई डिलीवरी अमेरिकी कच्चा तेल की कीमत शून्य से नीचे 3.70 डॉलर/बैरल पहुंच गई।

दरअसल, मई डिलीवरी के सौदे के लिये मंगलवार अंतिम दिन है और व्यापारियों को भुगतान करके डिलीवरी लेनी थी। लेकिन मांग नहीं होने और कच्चा तेल को रखने की समस्या के कारण कोई डिलीवरी लेना नहीं चाह रहा है। यहां तक कि जिनके पास कच्चा तेल है, वे पेशकश कर रहे हैं कि ग्राहक उनसे कच्चा तेल खरीदे। साथ ही वे उसे प्रति बैरल 3.70 डॉलर की राशि भी देंगे। (इसी को कच्चे तेल की कीमत शून्य डॉलर/बैरल से नीचे जाना कहते हैं।) वहीं, एएफपी की खबर के अनुसार, मई डिलीवरी के लिए यूएस बेंचमार्क वेस्ट टेक्सास इंटरमिडिएट की कीमत सोमवार को पहली बार शून्य से नीचे गिरी। एजेंसी की खबर के अनुसार, मंगलवार को मई डिलीवरी के लिए कारोबार की अंतिम तिथि है।

ऐसे में सोमवार को बाजार में कच्चा तेल की कीमत शून्य से नीचे 37.63 डॉलर/बैरल पहुंच गयी। मई डिलीवरी कच्चा तेल के दाम में गिरावट के लिए तकनीकी कारण बताया जा रहा है, जैसे-- मई डिलीवरी की तारीख नजदीक है इसलिए उसमें लेन-देन कम हो रही है। कोरोना वायरस संकट के कारण कच्चे तेल की मांग में कमी आयी है और तेल की सभी भंडारण सुविधाएं भी अपनी पूर्ण क्षमता पर पहुंच चुकी हैं। एस-एंड-पी ग्लोबल प्लैट्स के मुख्य विश्लेषक क्रिस एम. के अनुसार, तीन सप्ताह के भीतर कच्चे तेल के सभी टैंक भर जाएंगे। अमेरिकी कच्चा तेल की जून डिलीवरी में भी 14.8 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गयी है, फिलहाल इसकी कीमत 21.32 डॉलर प्रति बैरल है। ब्रेंट कच्चा तेल की कीमत 1.78 डॉलर घट कर 26.30 डॉलर/बैरल पहुंच गई है।

Web Title: crude prices plunges below zero for First Time in Unprecedented Wipeout

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