अंतरराष्ट्रीय बजार में कच्चे तेल की कीमतों में सोमवार को बड़ी गिरावट दर्ज की गई और यह 34 साल के न्यूनतम स्तर पर पहुंच गया। कोरोना वायरस महामारी के कारण मांग निचले स्तर पर पहुंचने के बाद अंतरराष्ट्रीय बजार में अमेरिकी वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट कच्चा तेल का भाव गिर कर सोमवार को 10.34 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया था। यह 1986 के बाद इसका सबसे निचला स्तर है।
कोरोना वायरस संकट की वजह से दुनियाभर में घटी तेल की मांग के चलते इसकी कीमतें लगातार गिर रही हैं। बाद में इसमें कुछ सुधार दिखा वैश्वक मानक समय (ग्रीनविच मीन टाइम) के अनुसार दोपहर तीन बजे (भारतीय समय रात 8.30 बजे) इसमें मामूली सुधार देखा गया और यह 10.82 डॉलर प्रति बैरल पर चल रहा था। फिर भी यह शुक्रवार के मुकाबले 41 प्रतिशत कम था।
व्यापारियों ने कहा कि कीमत में यह गिरावट चिंताजनक है क्योंकि मई डिलीवरी के अनुबंधों का निस्तारण सोमवार शाम तक कर दिया जाना है लेकिन कोई निवेशक तेल की वास्तविक डिलिवरी लेना नहीं चाह रहा है।
बता दें कि कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के कारण दुनियाभर के ज्यादातर देशों में लॉकडाउन जारी है और इस कारण कारखानों में कामकाज ठप है, सड़क एवं रेल परिवहन बंद है और उड़ानें निलंबित है। इस कारण तेल की खपत में जबरदस्त गिरावट आई है। भारत में पेट्रोल और डीजल की बिक्री 64 प्रतिशत से अधिक कम हुई है, जबकि विमान ईंधन की खपत में 90 प्रतिशत की बड़ी गिरावट आई है।
सोमवार (19 अप्रैल) को दिल्ली में पेट्रोल 69.59 रुपये प्रति लीटर की दर से बिक रहा है। मुंबई में 76.31 रुपये प्रति लीटर, कोलकाता में 73.30 रुपये प्रति लीटर और चेन्नई में 72.28 रुपये प्रति लीटर है। डीजल के की बात करें तो दिल्ली में डीजल की कीमत आज 62.29 रुपये प्रति लीटर है। मुंबई में डीजल 66.21 रुपये और कोलकाता में 65.62 रुपये प्रति लीटर है। चेन्नई में डीजल 65.71 रुपये प्रति लीटर है।