घरेलू शेयर बाजारों के गिरावट में खुलने तथा देश में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ने के कारण गुरुवार को शुरुआती कारोबार में रुपया 36 पैसे गिरकर रिकॉर्ड नये निचले स्तर पर रहा। रुपया नरमी के साथ 76.75 प्रति डॉलर पर खुला और कुछ ही देर में 36 पैसे गिरकर 76.80 प्रति डॉलर पर आ गया। यह इसका नया सर्वकालिक निचला स्तर है। कारोबारियों ने कहा कि वैश्विक बाजारों में जोखिम को देखते हुए निवेशक सुरक्षित निवेश की ओर जा रहे हैं। ऐसे में डॉलर की खरीद बढ़ने से अन्य मुद्राओं पर दबाव है।
शेयर बाजार में भी गिरावट
वैश्विक बाजारों की तर्ज पर शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 300 अंक से अधिक की गिरावट में रहा। बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 336.77 अंक यानी 1.11 प्रतिशत गिरकर 30,043.04 अंक पर चल रहा था।
एक समय यह 30,016.17 अंक के निचले स्तर पर भी आ गया। इसी तरह एनएसई का निफ्टी भी 81.10 अंक यानी 0.91 प्रतिशत लुढ़ककर 8,844.20 अंक पर चल रहा था। सेंसेक्स की कंपनियों में इंफोसिस में सर्वाधिक चार प्रतिशत तक की गिरावट रही। इसके अलावा कोटक महिंद्रा बैंक, हीरो मोटोकॉर्प, टेक महिंद्रा, टाइटन और एक्सिस बैंक भी गिरावट में रहे।
हालांकि एलएंडटी, पावरग्रिड, सन फार्मा, रिलायंस इंडस्ट्रीज और ओएनजीसी आदि में तेजी रही। बुधवार को सेंसेक्स 310.21 अंक यानी 1.01 प्रतिशत गिरकर 30,379.81 अंक पर और निफ्टी 68.55 अंक यानी 0.76 प्रतिशत टूटकर 8,925.30 अंक पर बंद हुआ था
शुरुआती आंकड़ों के अनुसार, बुधवार को विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने घरेलू शेयर बाजार में 1,358.66 करोड़ रुपये के शेयरों की शुद्ध खरीदारी की। कारोबारियों के अनुसार, विप्रो कंपनियों के तिमाही परिणाम के साथ सत्र की खराब शुरुआत का बाजार पर असर हो रहा है।