Lockdown का असर: औद्योगिक उत्पादन मार्च महीने में 16.7 प्रतिशत घटा, खनन, विनिर्माण और बिजली सेक्टर में खराब प्रदर्शन, अप्रैल 2012 के बाद सबसे बड़ी गिरावट

By भाषा | Updated: May 12, 2020 19:57 IST2020-05-12T19:19:55+5:302020-05-12T19:57:59+5:30

नेशनल स्टैटिस्टिकल ऑफिस (NSO) की ओर से जारी आंकड़े में कहा गया है कि मार्च, 2020 में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर के उत्पादन में 20.6 फीसद की गिरावट देखने को मिली। वहीं, मार्च, 2019 में इस सेक्टर में 3.1 फीसद की ग्रोथ देखने को मिली थी।

Corona virus India impact lockdown Industrial Production declines 16.7 pc March | Lockdown का असर: औद्योगिक उत्पादन मार्च महीने में 16.7 प्रतिशत घटा, खनन, विनिर्माण और बिजली सेक्टर में खराब प्रदर्शन, अप्रैल 2012 के बाद सबसे बड़ी गिरावट

बिजली उत्पादन में आलोच्य महीने में 6.8 प्रतिशत की गिरावट आयी जबकि मार्च 2019 में इसमें 2.2 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गयी थी। (file photo)

Highlightsइस साल मार्च में एक साल पहले के स्तर पर स्थिर रहा जबकि एक वर्ष पहले इसी महीने में इसमें 0.8 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी।आईआईपी में पिछले वित्त वर्ष में 0.7 प्रतिशत की गिरावट आयी जबकि 2018-19 में इसमें 3.8 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी।

नई दिल्लीः देश के औद्योगिक उत्पादन में मार्च महीने में रिकार्ड 16.7 प्रतिशत की गिरावट आयी। ‘लॉकडाउन’ (बंद) के कारण मुख्य रूप से खनन, विनर्माण और बिजली क्षेत्र के खराब प्रदर्शन की वजह से औद्योगिक उत्पादन घटा है।

मंगलवार को जारी सरकारी आंकड़े के अनुसार पिछले साल मार्च महीने में औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) में 2.7 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी। सरकार ने कोरोना वायरस महामारी की रोकथाम के लिये 25 मार्च 2020 से देशव्यापी बंद लागू किया है। आधार वर्ष 2011-12 के साथ नई श्रृंखला के आईआईपी के साथ औद्योगिक उत्पादन में 16.7 प्रतिशत की गिरावट अप्रैल 2012 के बाद सबसे बड़ी गिरावट है।

राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) के आंकड़े के अनुसार मार्च 2020 में विनिर्माण क्षेत्र का उत्पादन 20.6 प्रतिशत घटा जबकि एक साल पहले इसी महीने में इसमें 3.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी। बिजली उत्पादन में आलोच्य महीने में 6.8 प्रतिशत की गिरावट आयी जबकि मार्च 2019 में इसमें 2.2 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गयी थी। आंकड़ों के अनुसार खनन क्षेत्र का उत्पादन इस साल मार्च में एक साल पहले के स्तर पर स्थिर रहा जबकि एक वर्ष पहले इसी महीने में इसमें 0.8 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी।

आईआईपी में पिछले वित्त वर्ष में 0.7 प्रतिशत की गिरावट आयी जबकि 2018-19 में इसमें 3.8 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी। मार्च महीने के आंकड़े के अनुसार निवेश का आईना माने जाने वाला पूंजीगत वस्तुओं का उत्पादन आलोच्य माह में 35.6 प्रतिशत घटा जबकि पिछले साल इसी महीने में 9.1 प्रतिशत की गिरावट आयी थी।

उपयोग के आधार पर प्राथमिक वस्तुओं के उत्पादन में मार्च महीने में सालाना आधार पर 3.1 प्रतिशत, मध्यवर्ती वस्तुओं के उत्पादन में 18.5 प्रतिशत और बुनियादी ढांचा/निर्माण वस्तुओं के उत्पादन में 23.8 प्रतिशत की गिरावट आयी। टिकाऊ उपभोक्ता-वस्तुओं का उत्पादन आलोच्य महीने में 33.1 प्रतिशत घटा जबकि गैर-टिकाऊ वस्तुओं का उत्पादन 16.2 प्रतिशत नीचे आया। आंकड़ों के अनुसार उद्योगों के संदर्भ में विनिर्माण क्षेत्र के 23 औद्योगिक समूह में से 7 में मार्च महीने के दौरान वृद्धि दर्ज की गयी।

इस साल मार्च में बिजली उत्पादन में 6.8 फीसद की कमी देखने को मिली। मार्च, 2019 में इलेक्ट्रिसिटी सेक्टर में 2.2 फीसद की वृद्धि देखने को मिली थी। आलोच्य महीने में खनन क्षेत्र की गतिविधियों में किसी तरह का बदलाव देखने को नहीं मिला। वहीं, पिछले साल मार्च में इसमें 0.8 फीसद की बढ़ोत्तरी देखने को मिली थी। पिछले वित्त वर्ष में IIP में 0.7 फीसद का संकुचन देखने को मिला। वित्त वर्ष 2018-19 में इसमें 3.8 फीसद की वृद्धि देखने को मिली थी।

 

Web Title: Corona virus India impact lockdown Industrial Production declines 16.7 pc March

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