Chiranjeevi Health Insurance Scheme: आठ लाख रुपये से कम वार्षिक आय वाले लोगों को राहत, चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना का प्रीमियम नहीं भरना होगा, जानें कौन-कौन जांच फ्री
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: August 4, 2023 11:34 IST2023-08-04T11:32:26+5:302023-08-04T11:34:09+5:30
Chiranjeevi Health Insurance Scheme: मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत निःशुल्क पंजीकरण का दायरा सभी ई.डब्ल्यू.एस. (आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग) तक बढ़ाने की घोषणा करते हुए कहा कि आठ लाख रुपये से कम वार्षिक आय वाले लोगों को चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना का प्रीमियम नहीं भरना होगा।

सांकेतिक फोटो
Chiranjeevi Health Insurance Scheme: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत निःशुल्क पंजीकरण का दायरा सभी ई.डब्ल्यू.एस. (आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग) तक बढ़ाने की घोषणा करते हुए कहा कि आठ लाख रुपये से कम वार्षिक आय वाले लोगों को चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना का प्रीमियम नहीं भरना होगा।
सामान्य, अन्य पिछड़ा वर्ग, अति पिछड़ा वर्ग, अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति सहित सभी वर्गों के आठ लाख रुपये से कम आय वाले परिवारों के लिए प्रीमियम राशि का भुगतान राज्य सरकार द्वारा किया जाएगा। गहलोत ने मुख्यमंत्री आवास पर एक कार्यक्रम के दौरान यह घोषणा की।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने इसके लिये 425 करोड़ रुपये का अतिरिक्त प्रावधान किया है। कार्यक्रम में 771 करोड़ रुपये के 249 कार्यों का ऑनलाइन शिलान्यास एवं लोकार्पण किया गया। उन्होंने 10 चिरंजीवी जननी एक्सप्रेस एम्बुलेंस और 25 मोबाइल फूड टेस्टिंग एम्बुलेंस को भी हरी झंडी दिखाई।
मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना से अबतक प्रदेश के लगभग करोड़ों परिवार जुड़ चुके हैं। गहलोत ने कहा कि इस योजना के तहत गुर्दे, दिल, जिगर, अस्थि मज्जा प्रतिरोपण जैसे मंहगे इलाज भी निःशुल्क किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सभी अस्पतालों में आईपीडी एवं ओपीडी मरीजों के लिए निःशुल्क उपचार व निःशुल्क एमआरआई, एक्स-रे तथा सीटी स्केन की सुविधा भी शुरू कर दी गई है।
अस्पताल के साथ हुए मसौदा समझौता के तहत हृदय रोग से पीड़ित 314 बच्चों और अन्य लोगों की निशुल्क सर्जरी की गई है। अस्पतालों में निःशुल्क दवा व उपचार भी इसका हिस्सा है। ब्रिटिश अनुसंधान के अनुसार जो बीमारियां पहले 75 साल की आयु में होती थी, वह अब 50 साल की आयु में हो रही है, जिसके लिए मुख्य रूप से जलवायु परिवर्तन व खान-पान की बदलती आदतें जिम्मेदार हैं।