चीन दुनिया के सामने लगातार एक नई चुनौती खड़ा करता जा रहा है और अपने देश की आर्थिक रफ्तार को बढ़ाकर दूसरों के लिए उदाहरण पेश कर रहा है। ताजा रिपोर्ट में सामने आ रहा है कि चीन ने साल 2018 में करीब 45 अरब से अधिक (45.6 बिलियन) कपड़ों के आइटम उत्पादित किए हैं, जिसके बाद वह दुनिया का सबसे बड़ा कपड़ा निर्माता होने का दावा कर रहा है।
चीन की सरकारी समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना की स्थापना के बाद से चीनी शहरी निवासियों की प्रति व्यक्ति कपड़े की खपत में 53.6 गुना वृद्धि हुई है, जबकि ग्रामीण निवासियों ने अपनी आबादी को अच्छी तरह से तैयार करने के लिए 82% की बढ़ोतरी देखी गई है।
उसने कहा है कि चीनी लोग भोजन, आश्रय, यात्रा के साधन और कपड़े को बुनियादी जरूरत मानते हैं। गहरी संस्कृति और परंपराओं वाले देश के लिए कपड़े सबसे महत्वपूर्ण पहलुओं में से एक हैं। चीन अब दुनिया का सबसे बड़ा कपड़ा निर्माता और उपभोक्ता बाजार है। घरेलू परिधान की बिक्री कुल 430 बिलियन अमेरिकी डॉलर प्रति वर्ष है।
बताया गया है कि साल 1949 में चीन का कपड़ा उद्योग आत्मनिर्भर नहीं था। पूरे चीन में केवल 58 कपड़ों के प्लान्ट और वर्कशॉप थीं। केवल एक वर्ष में ही सूती कपड़ा मिलों की संख्या बढ़कर 250 से अधिक हो गई थी। तेजी से विकास 1978 में शुरू हुआ जब चीन ने अपनी सुधार और ओपन-अप नीति शुरू की थी। तब से चीन के कपड़ों की खपत 40 गुना से अधिक बढ़ गई।
चीन अब दुनिया का सबसे बड़ा परिधान खुदरा बाजार है। 2018 में चीन ने लगभग 45.6 बिलियन वस्त्र का उत्पादन किया। हर साल 45 बिलियन से अधिक कपड़ों के उत्पादन के पीछे चीन की पूरी क्लॉथिंग इंडस्ट्री की चैन है। चीन प्रति वर्ष लगभग 6 मिलियन टन कपास का उत्पादन करता है, जिससे यह दुनिया का सबसे बड़ा कपास उत्पादक है।