नयी दिल्ली, 19 सितंबर सरकार द्वारा संचालित सी-डॉट स्थानीय भाषाओं में आपदा से जुड़े अलर्ट प्रसारित करने के लिए टेलीविजन, मोबाइल फोन, रेलवे घोषणाओं जैसे अलग-अलग मीडिया मंचों का इस्तेमाल करने की खातिर एक प्रौद्योगिकी विकसित कर रही है।
सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ टेलीमैटिक्स (सी-डॉट) के चेयरमैन और कार्यकारी निदेशक राजकुमार उपाध्याय ने पीटीआई-भाषा से कहा कि सी-डॉट राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) के लिए प्रणाली का विकास कर रही है और उम्मीद है कि यह 18 महीने में तैयार हो जाएगी।
उन्होंने कहा, "हम पूरे भारत के लिए एक एकीकृत अलर्ट प्रणाली विकसित कर रहे हैं जो किसी आपातकालीन स्थिति में सभी माध्यमों के पास अलर्ट भेज सकता है। इसे एनडीएमए द्वारा तैनात किया जाएगा। एक बार प्रणाली के तैनात होने के बाद, संबंधित विभाग को केवल कलम से मानचित्र पर क्षेत्र को चिह्नित करना होगा और अलर्ट स्थानीय भाषा में उस क्षेत्र के सभी माध्यमों के पास चला जाएगा।"
सी-डॉट अंतरराष्ट्रीय दूरसंचार संघ (आईटीयू) द्वारा अनुशंसित कॉमन अलर्टिंग प्रोटोकॉल (सीएपी) के आधार पर एकीकृत अलर्ट प्रणाली के लिए स्वदेशी प्रौद्योगिकी विकसित कर रही है।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।