मोदी सरकार ने अपने आखिरी बजट में मिडिल क्लास को बड़ा तोहफा दिया है। वित्त मंत्री पीयूष गोयल ने बजट पेश करते हुए कहा कि अब पांच लाख रुपये तक की व्यक्तिगत आय पर कोई आयकर नहीं चुकाना होगा। उन्होंने स्पष्ट करते हुए कहा कि अगर इनवेस्टमेंट के साथ आपकी आय साढ़े छह लाख रुपये है तो आपको कोई टैक्स नहीं देना पड़ेगा। वित्त मंत्री ने रिकॉर्ड इनकम टैक्स कलेक्शन के आकंड़े भी पेश किए।
लोगों को उम्मीद थी कि बजट में व्यक्तिगत आयकर छूट सीमा को मौजूदा ढाई लाख से बढ़ाकर तीन लाख रुपये किया जा सकता है जबकि 60 से 80 वर्ष की आयु वाले वरिष्ठ नागरिकों के लिये इसे साढे तीन लाख रुपये तक बढ़ाया जा सकता है। महिलाओं की भी साढे तीन लाख रुपये तक की सालाना आय को करमुक्त किया जा सकता है। लेकिन मोदी सरकार ने मिडिल क्लास को उम्मीदों से ज्यादा देने की घोषणा की।
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पीयूष गोयल ने की मिडिल क्लास से जुड़ी ये घोषणाएंः-
- सैलरीड क्लास को बड़ा तोहफा: टैक्स छूट की सीमा 2.5 से बढ़ाकर 5 लाख हुई। यानी 5 लाख तक सालाना आमदनी पर अब कोई टैक्स नहीं
- स्टैंडर्ड डिडक्शन को 40 हजार रुपये से बढ़ाकर 50 हजार रुपये किया गया है: वित्त मंत्री
- पीयूष गोयल ने कहा कि हम करदाताओं का शुक्रिया अदा करते हैं, आपके टैक्स से देश का विकास होता है।
- टैक्स कलेक्शन 12 लाख करोड़ हुआ। 6.85 करोड़ लोगों ने भरे टैक्स रिटर्न। रिटर्न फाइल करने वालों की तादात बढ़ी।
- जीएसटी के जरिए 17 अलग-अलग तरीके के टैक्स को कम करके एक जीएसटी बना दिया गया।