बीजिंग, 30 सितंबर बीजिंग स्थित एशियन इन्फ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट बैंक (एआईआईबी) ने चेन्नई मेट्रो रेल प्रणाली के विस्तार के लिए 35.66 करोड़ डालर के ऋण को मंजूरी दी है, जिससे भारत में विभिन्न परियोजनाओं के लिए बैंक का कुल वित्तपोषण 6.7 अरब डॉलर हो गया है। भारत एआईआईबी का सबसे बड़ा लाभार्थी है।
2016 में शुरू किया गया, एआईआईबी एक बहुपक्षीय विकास बैंक है जिसका उद्देश्य एशिया-प्रशांत क्षेत्र में बुनियादी ढांचे के निर्माण में मदद करना है। चीन 26.06 प्रतिशत मताधिकार के साथ बैंक का सबसे बड़ा शेयरधारक है। भारत 7.5 प्रतिशत के साथ दूसरा सबसे बड़ा शेयरधारक है, उसके बाद रूस (5.93 प्रतिशत) और जर्मनी (4.5 प्रतिशत) आते हैं।
एआईआईबी के निवेश परिचालन उपाध्यक्ष डी जे पांडियन ने बृहस्पतिवार को यहां पीटीआई-भाषा से कहा कि चेन्नई की परियोजना में चेन्नई के मेट्रो नेटवर्क में उसके मेट्रो रेल चरण 2 के तहत एक नए गलियारे का निर्माण शामिल है।
उन्होंने बताया कि इस ऋण के साथ, बैंक ने अब तक भारत में कुल 6.7 अरब डॉलर की 28 परियोजनाओं को मंजूरी दी है।
पांडियन ने कहा कि ऊर्जा और परिवहन क्षेत्रों को एआईआईबी से सबसे अधिक वित्त पोषण प्राप्त हुआ है।
उन्होंने यह भी बताया कि विभिन्न बुनियादी परियोजनाओं के वित्तपोषण के अलावा, बैंक ने कोविड-19 राहत बजट सहायता के लिए भारत को 1.75 अरब डॉलर की राशि भी दी है।
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