Tanhaji Movie Review: मराठा योद्धाओं की मुगलों पर जीत को दर्शाती है 'तान्हाजी', अजय-सैफ की एक्टिंग जीत लेगी दिल
By ऐश्वर्य अवस्थी | Published: January 10, 2020 08:48 AM2020-01-10T08:48:49+5:302020-01-10T08:48:49+5:30
अजय देवगन की फिल्म तान्हाजी का फैंस काफी समय से इंतजार कर रहे थे। ये इंतजार अब खत्म हो गया है। फिल्म आज पर्दे पर पेश कर दी गई है। आइए जानते हैं कैसी है फिल्म-
कलाकार-अजय देवगन,सैफ अली खान,काजोल,शरद केलकर,नेहा शर्मा,पद्मावती राव,शशांक शेंडेट
निर्देशक-ओम राउत
स्टार-3.5/5
बॉलीवुड एक्टर अजय देवगन की फिल्म तान्हाजी: द अनसंग वॉरियर आज पर्दे पर रिलीज हो गई है।ओम राउत के डायरेक्शन में बनी इस फिल्म में अजय देवगन के अलावा सैफ अली खान, काजोल, शरद केलकर और नेहा शर्मा भी हैं। छत्रपति शिवाजी महाराज के घनिष्ठ मित्र और वीर निष्ठावान मराठा सरदार तान्हाजी मालुसरे की यह कहानी एक शौर्य गाथा है। तान्हाजी के पिता मृत्यु से पहले स्वराज के सपने की जिम्मेदारी तान्हाजी के मजबूत हाथों में सौंपते हैं और कहते हैं कि लोग वसीयत छोड़कर जाते हैं, मैं कर्ज़ छोड़कर जा रहा हूं, मिट्टी की आजादी।आइए जानते हैं कि कैसी है फिल्म-
फिल्म की कहानी
छत्रपति शिवाजी महाराज(शरद केलकर) का स्वराज सपना है, जो हर एक मराठा के दिल में बसता है।बात उस समय की है जब औरंजेब शासित मुगल सल्तनत दिन पे दिन शक्तिशाली होती है।कई राजपूत राजा उनसे जा मिले थे। अब औरंगजेब अपने साम्राज्य को बढ़ाना चाहता है। मुगल धोखे से मराठों के 23 किलों को अपने कब्ज़े में कर लेते हैं, जिसमें से एक है कोंढ़णा का किला। शिवाजी महाराज को इस बात की खबर लगती है। इस अक्रामण के लिए औरंगजेब अपने सबसे वफादार उदयभान (सैफ अली खान) को कोंढ़णा की तरफ भेजते हैं। शिवाजी किसी भी तरह से उदयभान को रोकना चाहते हैं। दूसरी तरफ तान्ही जी (अजय देवगन) अपने बेटे की शादी में व्यस्त होते हैं, शिवाजी नहीं चाहते थे कि उनकी खुशियों में दखल दें। लेकिन तान्हाजी जैसे ही आक्रमण की खबर सुनते हैं वैसे ही शादी छोड़कर कर्ज पूरा करने के लिए निकल पड़ते हैं। तान्हाजी किस तरह से कोंढ़णा के किले को उदयभान से बचाते हैं और भगवा लहराते हैं इसके लिए आपको फिल्म देखना होगा।
एक्टिंग
एक्टिंग की बात करें तो पर्दे पर जब भी अजय देवगन आते हैं छा ही जाते हैं। फैंस उनकी एक्टिंग के दीवाने हो जाते हैं। एक निगेटिव रोल में इस बार सैफ ने बहुत की शानदार एक्टिंग की है। काजोल और शरद केलकर अपने थोड़े से ही रोल में छाप छोड़ रहे हैं।एक्ट्रेस नेहा शर्मा को सैफ अली खान के लव इंटरेस्ट के तौर पर दिखाया गया है और उनका रोल फिल्म में ना के बराबर है। हर एक कलाकार अपने रोल के साथ न्याय करता नजर आया।
निर्देशन
फिल्म की कहानी, एक्टिंग और डायरेक्शन अच्छा है। ओम राउत ने इतिहास के पन्ने को फैंस के सामने पेश किया है। जिसके बारे में हमने ज्यादा सुना नहीं था। तान्हाजी की कहनी कहीं भी ढीली नहीं पड़ी है। निर्देशन हर एक किरदार को पूरा पूरा मौका दिया है।क्लाईमैक्स तक जाते जाते फिल्म अलग ऊंचाई पर पहुंच जाती है। तान्हाजी और उदयभान राथौड़ के बीच फिल्माया गया एक्शन सीन उम्दा है।