Tanhaji Box Office Collection Day 15: 200 करोड़ के क्लब में शामिल हुई अजय की फिल्म तान्हाजी, किया इतना कलेक्शन
By ऐश्वर्य अवस्थी | Published: January 25, 2020 01:00 PM2020-01-25T13:00:16+5:302020-01-25T13:00:16+5:30
अजय देवगन (Ajay Devgn) और सैफ अली खान (Saif Ali Khan) की फिल्म 'तान्हाजी: द अनसंग वॉरियर' ने रिलीज के बाद से ही बॉक्स ऑफिस पर धूम मचा दी है
बॉलीवुड एक्टर अजय देवगन की फिल्म तान्हाजी: द अनसंग वॉरियर पर्दे पर रिलीज हो गई है।ओम राउत के डायरेक्शन में बनी इस फिल्म में अजय देवगन के अलावा सैफ अली खान, काजोल, शरद केलकर और नेहा शर्मा भी हैं। छत्रपति शिवाजी महाराज के घनिष्ठ मित्र और वीर निष्ठावान मराठा सरदार तान्हाजी मालुसरे की यह कहानी एक शौर्य गाथा है। तान्हाजी के पिता मृत्यु से पहले स्वराज के सपने की जिम्मेदारी तान्हाजी के मजबूत हाथों में सौंपते हैं और कहते हैं कि लोग वसीयत छोड़कर जाते हैं, मैं कर्ज़ छोड़कर जा रहा हूं, मिट्टी की आजादी। फिल्म पहले दिन से ही शानदार कर रही है।
तान्हाजी लगातार शानदार प्रदर्शन करते हुए बॉक्स ऑफिस पर रिकॉर्ड भी बना रही है। फिल्म के शुरुआती आंकड़ों को देखते हुए ये अंदाजा लगाया जा रहा है कि 'तान्हाजी' ने बीते दिन यानी शुक्रवार को 6 करोड़ रुपये की कमाई की होगी। इस हिसाब से फिल्म अब तक 203.45 करोड़ रुपये का कलेक्शन सकती है, हालांकि, अभी तक इसके कोई आधिकारिक आंकड़े नहीं आए हैं।
'तान्हाजी: द अनसंग वॉरियर' (Tanhaji: The Unsung Warrior) ने दूसरे शुक्रवार को 10.06 करोड़, शनिवार को 16.36 करोड़, रविवार को 23 करोड़, सोमवार को 8 करोड़, मंगलवार को 7.72 करोड़, बुधवार को 7 करोड़ और गुरुवार को 7.02 करोड़ रुपये का कलेक्शन किया है।
फिल्म की कहानी
छत्रपति शिवाजी महाराज(शरद केलकर) का स्वराज सपना है, जो हर एक मराठा के दिल में बसता है।बात उस समय की है जब औरंजेब शासित मुगल सल्तनत दिन पे दिन शक्तिशाली होती है।कई राजपूत राजा उनसे जा मिले थे। अब औरंगजेब अपने साम्राज्य को बढ़ाना चाहता है। मुगल धोखे से मराठों के 23 किलों को अपने कब्ज़े में कर लेते हैं, जिसमें से एक है कोंढ़णा का किला।
शिवाजी महाराज को इस बात की खबर लगती है। इस अक्रामण के लिए औरंगजेब अपने सबसे वफादार उदयभान (सैफ अली खान) को कोंढ़णा की तरफ भेजते हैं। शिवाजी किसी भी तरह से उदयभान को रोकना चाहते हैं। दूसरी तरफ तान्ही जी (अजय देवगन) अपने बेटे की शादी में व्यस्त होते हैं, शिवाजी नहीं चाहते थे कि उनकी खुशियों में दखल दें। लेकिन तान्हाजी जैसे ही आक्रमण की खबर सुनते हैं वैसे ही शादी छोड़कर कर्ज पूरा करने के लिए निकल पड़ते हैं। तान्हाजी किस तरह से कोंढ़णा के किले को उदयभान से बचाते हैं और भगवा लहराते हैं इसके लिए आपको फिल्म देखना होगा।