'पानी में रहकर मगरमच्छ से बैर..., इशारों-इशारों में शिवसेना ने कंगना को चेताया
By स्वाति सिंह | Updated: September 12, 2020 11:57 IST2020-09-12T11:57:32+5:302020-09-12T11:57:32+5:30
'मुंबई पाक अधिकृत कश्मीर है कि नहीं, यह विवाद जिसने पैदा किया, उसी को मुबारक। मुंबई के हिस्से में अक्सर यह विवाद आता रहता है। लेकिन इन विवाद माफियाओं की फिक्र न करते हुए मुंबई महाराष्ट्र की राजधानी के रूप में प्रतिष्ठित है।'

नरेंद्र मोदी सरकार में मंत्री रामदास आठवले ने शुक्रवार को महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात की
मुंबई: बॉलिवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत और शिवसेना के बीच जुबानी जंग जारी है। इसी बीच शिवसेना के मुखपत्र 'सामना' ने कंगना रनौत पर निशाना साधा है। 'सामना' के संपादकीय में 'विवाद माफियाओं का पेटदर्द' शीर्षक के साथ मुंबई की तुलना 'पाक अधिकृत कश्मीर' से करने पर कंगना रनौत पर कटाक्ष किया गया।
सामना में कंगना पर निशाना साधते हुए लिखा है, 'पानी में रहकर मगरमच्छ से बैर नहीं किया जाता या खुद कांच में रहकर दूसराों के घर पर पत्थर नहीं फेंका जाता। जिन्होंने फेंका उन्हें मुंबई और महाराष्ट्र का श्राप लगा। मुंबई को कम आंकना मतलब खुद ही खुद के लिए गड्ढा खोदने जैसा है। महाराष्ट्र संतों-महात्माओं और क्रांतिकारियों की भूमि हे। हिंदवी स्वराज्य के लिए, स्वतंत्रता के लिए और महाराष्ट्र के निर्माण के लिए मुंबई की भूमि यहां के भूमिपूत्रों के खून और पसीने से नहाई है।'
'मुंबई पाक अधिकृत कश्मीर है' के कंगना के बयान पर बोला हमला
'मुंबई पाक अधिकृत कश्मीर है कि नहीं, यह विवाद जिसने पैदा किया, उसी को मुबारक। मुंबई के हिस्से में अक्सर यह विवाद आता रहता है। लेकिन इन विवाद माफियाओं की फिक्र न करते हुए मुंबई महाराष्ट्र की राजधानी के रूप में प्रतिष्ठित है।' आगे लिखा, 'शिवसेना प्रमुख हमेशा घोषित तौर पर कहते थे कि देश एक है और अखंड है। राष्ट्रीय एकता तो है ही लेकिन राष्ट्रीय एकता का ये तुनतुना हमेशा मुंबई महाराष्ट्र के बारे में ही क्यों बजाया जाता है? राष्ट्रीय एकता की ये बातें अन्य राज्यों के बारे में क्यों लागू नहीं होती? जो आता है वही महाराष्ट्र को राष्ट्रीय एकता सिखाता है।'
रामदास आठवले ने राज्यपाल से मुलाकात की
नरेंद्र मोदी सरकार में मंत्री रामदास आठवले ने शुक्रवार को महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात की और अभिनेत्री कंगना रनौत के लिए "न्याय" और मुआवजे का अनुरोध किया। नगर निकाय ने कंगना के मुंबई स्थित कार्यालय को बुधवार को आंशिक रूप से तोड़ दिया था। आठवले ने कहा कि उन्होंने राज्यपाल से कहा कि कंगना को नोटिस जारी किया गया था और उसके 24 घंटे के भीतर ही शिवसेना द्वारा नियंत्रित बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने बुधवार को कार्रवाई की जबकि कंगना शहर में नहीं थीं। सामाजिक न्याय राज्य मंत्री ने एक दिन पहले कंगना से खार स्थित उनके आवास पर मुलाकात की थी और उनसे कहा था कि शहर में उन्हें डरने की जरूरत नहीं है।