Chhapaak Box Office Collection Day 5: दीपिका की 'छपाक' ने 5वें दिन भी नहीं कर पाई खास कमाल, कमाए इतने करोड़
By ऐश्वर्य अवस्थी | Updated: January 15, 2020 09:17 IST2020-01-15T09:17:28+5:302020-01-15T09:17:28+5:30
छपाक बॉक्स ऑफिस पर दर्शकों को खास पसंद नहीं आ रही है। फिल्म ने अब तक कोई खास कमाई भी नहीं कर पाई है।

Chhapaak Box Office Collection Day 5: दीपिका की 'छपाक' ने 5वें दिन भी नहीं कर पाई खास कमाल, कमाए इतने करोड़
तलवार और राजी जैसी फिल्में बनाने वाली डायरेक्टर मेघना गुलजार ने एक बार फिर से पर्दे पर एक शानदार कहानी को पेश किया है। मेघना रियल स्टोरी बेस्ट छपाक फैंस के सामने लाई हैं। मेघना गुलजार की छपाक में दीपिका पादुकोण लीड रोल में हैं। यह फिल्म बाकी बॉलीवुड फिल्मों से अलग है। फिल्म में एंटरटेनमेंट के साथ इमोशन्स का तड़का जबरदस्त लगाया गया है। यह फिल्म दर्शकों के अंदर एसिड अटैक सरवाइवर के दर्द को पेश करती है।
छपाक बॉक्स ऑफिस पर दर्शकों को खास पसंद नहीं आ रही है। फिल्म ने अब तक कोई खास कमाई भी नहीं कर पाई है। दीपिका पादुकोण की फिल्म छपाक ने पहले दिन 4.77 करोड़ की कमाई की थी। वहीं दूसरे दिन फिल्म की कमाई में 30-40 प्रतिशत का ग्रोथ दिखा। फिल्म ने शनिवार को 6.90 करोड़ से ऊपर की कमाई की, रविवार को फिल्म ने 7 से 7.50 करोड़ रुपये, सोमावार को 2 से 2.50 करोड़ रुपये की कमाई की थी। अब फिल्म के पांचवे दिन का कलेक्शन पेश कर दिया गया है।
वीकेंड के बाद दीपिका पादुकोण की फिल्म बॉक्स ऑफिस पर कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर पा रही है. बॉक्स ऑफिस इंडिया डॉट कॉम वेबसाइट के मुताबिक छपाक ने मंगलवार को 2 से 2.25 करोड़ रुपये का कलेक्शन किया है. इस हिसाब से दीपिका की फिल्म ने पांच दिनों में 22 से 23 करोड़ रुपये का शानदार कलेक्शन कर लिया है।
फिल्म की कहानी
छपाक की कहानी मालती (दीपिका पादुकोण) नाम की लड़की की जिंदगी पर आधारित है। मालती को एक शख्स शादी के लिए प्रपोज करता है जिसके लिए वो इंकार कर देती है, जिसके बाद वो शख्स मालती पर एसिड से हमला करता है। इसके बाद मालती की जिंदगी पूरी तरह बदल जाती है। इसके बाद हालातों के कारण मालती नौकरी की तलाश में जुट जाती है। इसी दौरान उसकी मुलाकात अमोल (विक्रांत मैसी) से होती है। जो पत्रकार से साथ समाजसेवक हो चुका है और एक एनजीओ चलाता है।
अमोल एसिड अटैक पीड़ितों का इलाज करवाता है और उनके लिए लड़ता है। मालती भी इस एनजीओ से जुड़ जाती है। साथ ही खुद के खिलाफ हुए हमले पर आवाज उठाती है।वह तेज़ाब बैन कराने के लिए कानून में बदलाव की भी मांग करती है। मालती 12वीं क्लास में थी जब उसको एक लड़ता प्रपोज करता है उसके मना करने पर एक दिन रास्ते पर वह मालती पर तेजाब फेक देता है। इसके बाद मालती सफर कैसा है कितने संघर्ष से भरा है इसको देखने के लिए आपको थिएटर जाना पड़ेगा।