Chhapaak Box Office Collection Day 12: दीपिका पादुकोण की 'छपाक' का 12वें दिन भी नहीं किया कमाल, कमाए इतने करोड़
By ऐश्वर्य अवस्थी | Updated: January 22, 2020 09:56 IST2020-01-22T09:56:25+5:302020-01-22T09:56:25+5:30
छपाक बॉक्स ऑफिस पर दर्शकों को खास पसंद नहीं आ रही है। फिल्म ने अब तक कोई खास कमाई भी नहीं कर पाई है।

Chhapaak Box Office Collection Day 12: दीपिका पादुकोण की 'छपाक' का 12वें दिन भी नहीं किया कमाल, कमाए इतने करोड़
तलवार और राजी जैसी फिल्में बनाने वाली डायरेक्टर मेघना गुलजार ने एक बार फिर से पर्दे पर एक शानदार कहानी को पेश किया है। मेघना रियल स्टोरी बेस्ट छपाक फैंस के सामने लाई हैं। मेघना गुलजार की छपाक में दीपिका पादुकोण लीड रोल में हैं। यह फिल्म बाकी बॉलीवुड फिल्मों से अलग है। फिल्म में एंटरटेनमेंट के साथ इमोशन्स का तड़का जबरदस्त लगाया गया है। यह फिल्म दर्शकों के अंदर एसिड अटैक सरवाइवर के दर्द को पेश करती है।
फिल्म के शुरुआती आंकड़ों को देखते हुए यह कहा जा सकता है कि 'छपाक' ने बीते मंगलवार को 1 करोड़ रुपये का कलेक्शन किया होगा, ऐसे में फिल्म 12 दिनों में कुल 34 या 35 करोड़ रुपये कमा सकती है। हालांकि, इसकी अभी कोई आधिकारिक सूचना नहीं आई है।
छपाक बॉक्स ऑफिस पर दर्शकों को खास पसंद नहीं आ रही है। फिल्म ने अब तक कोई खास कमाई भी नहीं कर पाई है। 'छपाक' ने शुक्रवार को 4.77 करोड़, शनिवार को 6.90 करोड़, रविवार को 7.35 करोड़, सोमवार को 2.35 करोड़, मंगलवार को 2.55 करोड़, बुधवार को 2.61 करोड़ रुपये और गुरुवार को 2.55 करोड़ रुपये कमाए थे। जबकि शुरुआती अनुमान के मुताबिक, छपाक ने शुक्रवार को लगभग 2.25 करोड़ रुपये का कलेक्शन किया है। दीपिका पादुकोण की 'छपाक' ने बीते शनिवार को 1.5 से 2 करोड़ रुपये का कलेक्शन है।
फिल्म की कहानी
छपाक की कहानी मालती (दीपिका पादुकोण) नाम की लड़की की जिंदगी पर आधारित है। मालती को एक शख्स शादी के लिए प्रपोज करता है जिसके लिए वो इंकार कर देती है, जिसके बाद वो शख्स मालती पर एसिड से हमला करता है। इसके बाद मालती की जिंदगी पूरी तरह बदल जाती है। इसके बाद हालातों के कारण मालती नौकरी की तलाश में जुट जाती है। इसी दौरान उसकी मुलाकात अमोल (विक्रांत मैसी) से होती है। जो पत्रकार से साथ समाजसेवक हो चुका है और एक एनजीओ चलाता है।
अमोल एसिड अटैक पीड़ितों का इलाज करवाता है और उनके लिए लड़ता है। मालती भी इस एनजीओ से जुड़ जाती है। साथ ही खुद के खिलाफ हुए हमले पर आवाज उठाती है।वह तेज़ाब बैन कराने के लिए कानून में बदलाव की भी मांग करती है। मालती 12वीं क्लास में थी जब उसको एक लड़ता प्रपोज करता है उसके मना करने पर एक दिन रास्ते पर वह मालती पर तेजाब फेक देता है। इसके बाद मालती सफर कैसा है कितने संघर्ष से भरा है इसको देखने के लिए आपको थिएटर जाना पड़ेगा।