Happy Birthday Anurag Kashyap: कभी मुंबई की सड़कों पर सोने को मजबूर थे अनुराग कश्यप, दो शादियां करके भी हैं आज अकेले
By ऐश्वर्य अवस्थी | Published: September 10, 2019 07:07 AM2019-09-10T07:07:30+5:302019-09-10T07:07:30+5:30
बॉलीवुड के जाने-माने फिल्मकार अनुराग कश्यप ने अपनी फिल्मों के जरिए भले ही दर्शकों के बीच खास पहचान बनाई हो लेकिन वह फिल्मकार नहीं, वैज्ञानिक बनना चाहते थे।
फिल्म निर्देशक, निर्माता और पटकथा लेखकों में जाने जानें वाले अनुराग कश्यप का आज जन्मदिन है।अनुराग का जन्म 10 सितंबर 1972 को उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में हुआ था। अनुराग कश्यप के पिता इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड में चीफ इंजीनियर थे। देहरादून के ग्रीन स्कूल और ग्वालियर के सिंधिया स्कूल में अनुराग की पढ़ाई हुई। वैज्ञानिक (साइंटिस्ट) बनना चाहते थे लेकिन एक दोस्त की सलाह पर थिएटर से जुड़े थे। आइए जानते हैं जीवन से जुड़ी कुछ खास बातें-
मुंबई में गुजारे थे मुश्किल के दिन
अनुराग 1993 में मुंबई आ गए थे। जब वह मुंबई आए तो उनके पास महज 5, 6 हजार रुपये ही थे। ऐसे में मुंबई में उनको कई परेशानियों का सामना करना पड़ा था। कहते हैं कि अनुराग के पास पैसे खत्म होने के बाद वह सड़कों पर तक सोने पर मजबूर हुए थे। इसके बाद कहीं जा कर उनको पृथ्वी थिएटर में काम मिला था।
इंग्लिश में आती थी परेशानी
डेवडी जैसी फिल्म बना चुके अनुराग कश्यप खुद बता चुके हैं एक वक्त में अंग्रेजी में उनका हाथ काफी तंग था। वह स्कूल में क्लासमेंट्स से काफी दूर रहा करते थे। कॉलेज टाइम में उन्होंने अंग्रेजी में किताबें पढ़ना शुरू की ताकि अंग्रेजी अच्छी हो सके।
अनुराग की शादी
अनुराग की पहली शादी आरती बजाज से हुई थी। लेकिन किन्ही कारणों से 2009 में दोनों का तलाक हो गया था। बाद में उन्होंने कल्कि कोचलीन से शादी कर ली थी।अनुराग की पहली पत्नी से एक बेटी है जिसका नाम आलिया कश्यप है। दो शादियां करके भी आज अनुराग अकेले हैं।
अनुराग की फिल्में
अनुराग कश्यप के नाम आज कई बड़ी फिल्में हैं। जैसे ब्लैक फ्राइडे (2007), देव डी (2009), गुलाल (2009), गैंग्स ऑफ वासेपुर (2012), बॉम्बे टॉकीज (2013), अग्ली (2014), बॉम्बे वेलवेट (2015), रमन राघव 2.0 (2016)।