ब्लॉग: 2024 के चुनाव से पहले भक्तों के लिए खुल जाएगा राम मंदिर! भाजपा को मिलेगा लाभ
By आरके सिन्हा | Updated: April 20, 2023 11:07 IST2023-04-20T11:05:11+5:302023-04-20T11:07:43+5:30

ब्लॉग: 2024 के चुनाव से पहले भक्तों के लिए खुल जाएगा राम मंदिर! भाजपा को मिलेगा लाभ
आगामी सितंबर के महीने में राजधानी दिल्ली में जी-20 शिखर सम्मेलन के फौरन बाद से ही देश में 2024 के लोकसभा चुनावों की हलचल तेज होने लगेगी. माना जा रहा है कि लोकसभा चुनाव से पहले राम मंदिर के द्वार दुनिया भर के राम भक्तों के लिए खोल दिए जाएंगे. इससे दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार आदि स्थानों पर पर्यटन भी तेजी से बढ़ेगा. इसलिए यह सवाल तो पूछा ही जाएगा कि क्या अगले आम चुनावों में राम मंदिर चुनावी मुद्दा बनेगा?
जिस तरह से भाजपा राम मंदिर को लेकर जनता के बीच जा रही है उससे तो यह स्पष्ट ही है कि पार्टी इसे अपनी उपलब्धि के तौर पर पेश करेगी. 1980 में अस्तित्व में आने के बाद से ही राम मंदिर भाजपा की राजनीति का एक मुख्य आधार रहा है. याद करें कि भाजपा ने एक दौर में राम और रोटी का नारा दिया था.
अगर भाजपा आगामी लोकसभा चुनाव में सत्ता बरकरार रखने में सफल रहती है तो देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के बाद नरेंद्र मोदी ही ऐसे पहले राजनेता होंगे जिनकी अगुवाई में कोई पार्टी लगातार तीन बार सत्ता हासिल करने में कामयाब होगी. वहीं कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों के लिए 2024 का चुनाव एक तरह से अस्तित्व की अंतिम लड़ाई सरीखा है. इसीलिए शायद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद नजर रख रहे हैं कि राम मंदिर का निर्माण समय पर पूरा हो जाए.
यह निश्चित तौर पर मानिए राम मंदिर का निर्माण पूरा होने को भाजपा चुनावी मुद्दा बनाएगी. इसका असर सारे भारत पर होगा, इस बारे में कोई दो राय नहीं हो सकती. भाजपा धारा 370 जैसे कानूनों को हटाने का भी श्रेय लेना चाहेगी.
इस बीच, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनकी सरकार के आला अफसरों को उम्मीद है कि मंदिर खुलने पर तीर्थयात्रियों की संख्या प्रतिदिन लगभग एक लाख भक्तों तक बढ़ जाएगी. गृह मंत्री अमित शाह ने त्रिपुरा दौरे पर अपने संबोधन में 1 जनवरी 2024 को अयोध्या में गगनचुंबी राममंदिर तैयार हो जाने की बात कही है.