भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस खूबी के उनके दुश्मन भी कायल हैं कि वो हर घटना-परिघटना के बाद खुद के लिए ताली बजवा सकते हैं। हिंदुस्तान में उनके सभी विपक्षी उनकी इस काबिलियत के कायल नज़र आते हैं। लेकिन इस मामले में पीएम मोदी को पाकिस्तानी पीएम इमरान खान ने गुरुवार को गंभीर चुनौती दी।
पुलवामा में सीआरपीएफ के 40 जवानों की शहादत के बाद पूरे देश में पाकिस्तान के खिलाफ एक जनाक्रोश था। आम जनता, मीडिया और सोशल मीडिया पर हर दूसरा भारतीय 'बदले' की माँग कर रहा था।
पीएम नरेंद्र मोदी ने पुलवामा आतंकी हमले के बाद कैबिनेट कमिटी ऑन सिक्योरिटी (सीसीएस) की बैठक के बाद देश को आश्वस्त किया कि जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा।
26 फ़रवरी तड़के पाकिस्तानी सेना ने ट्वीट करके जानकारी दी कि भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तानी सीमा में घुसकर बम गिराये। बमों का असर क्या और कितना हुआ इसे लेकर भारत और पाकिस्तान ने अलग-अलग बयान दिये।
अगली ही सुबह 27 फ़रवरी को पाकिस्तानी सेना ने हिंदुस्तानी सैन्य ठिकानों पर बमबारी करने की कोशिश की लेकिन भारतीय वायुसेना ने पाक विमान को मार गिराया। इस कवायद में भारतीय फाइटर विमान मिग-21 दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस विमान के पायलट विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान पैराशूट की मदद से सुरक्षित बच निकले लेकिन हवा के बहाव की वजह से वो पाकिस्तानी इलाके में जा गिरे।
अभिनंदन के पाकिस्तानी सेना के कब्जे में होने की सूचना भी पाकिस्तानी सेना ने तत्काल ट्विटर पर सार्वजनिक कर दी। उनके कई वीडियो और तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल होने लगीं। शाम तक भारतीय सरकार ने भी मान लिया कि हमारा एक पायलट लापता है।
अभिनंदन के पाकिस्तानी कब्जे में होने की ख़बर आने के बाद ही सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो गया जिसमें भारतीय विंग कमांडर पाकिस्तानी सेना के कब्जे में चाय पीते नज़र आए। पूरा देश अभिनंदन की रिहाई की चिंता में डूब गया। उनकी सलामती और सुरक्षित वापसी के लिए दुआएँ-प्रार्थनाएँ होने लगीं।
सबकी निगाहें भारत सरकार पर थीं। माना जा रहा है कि भारत सरकार ने अंतरराष्ट्रीय युद्धबंदियों से जुड़े जिनेवा समझौते का हवाला देकर पाकिस्तान से विंग कमांडर अभिनंदन को रिहा करने की माँग की। उत्तर कोरिया और वियतनाम के दौरे पर पहुँचे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 27 फरवरी को अपने एक बयान में कहा कि "भारत और पाकिस्तान से रिजनेबली गुड न्यूज़ आने वाली है।"
प्रेसिडेंट के बयान की व्याख्या अभी जारी ही थी कि ख़बर आयी कि गुरुवार शाम पाँच बजे भारतीय सेना के तीनों अंगों के अफसर साझा प्रेसवार्ता करेंगे। साथ ही भारतीय प्रधानमंत्री के सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमिटी की बैठक करने की भी खबर आयी।
साढ़े चार बजे के करीब पाकिस्तानी संसद के संयुक्त सत्र में पाकिस्तानी पीएम इमरान खान ने बड़े ही औचक और अनौपचारिक ढंग से पाकिस्तान और हिंदुस्तान को सूचित किया कि विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान को एक मार्च को रिहा किया जाएगा।
अभिनंदन की घर वापसी की ख़बर ब्रेक होने के कुछ देर बाद ही वरिष्ठ रक्षा पत्रकार अजय शुक्ला ने ट्वीट किया कि भारत सरकार पाँच बजे अभिनंदन की वापसी की घोषणा करने वाली थी लेकिन इमरान खान ने पहले ही इसका ऐलान कर दिया जिसकी वजह से भारतीय सैन्य अधिकारियों को अपनी प्रेसवार्ता का समय बढ़ाना पड़ा।
इमरान खान ने अपने सम्बोधन में करतारपुर कॉरिडोर खोलने की अपनी पहल का भी जिक्र किया। एक मार्च को पाकिस्तानी ट्विटर पर #NobelPeacePrizeForImranKhan ट्रेंड करने लगा। पाकिस्तानी ट्विटरबाज विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान को रिहा करने के फैसले के लिए नोबेल शांति पुरस्कार की माँग कर रहे हैं।
संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव एंडोनियो गुटेरस ने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के भारतीय पायलट के रिहा करने के फैसले का स्वागत किया। यूरोपीय संघ के प्रवक्ता ने इमरान खान के इस निर्णय की सराहना की।
भारतीय सोशल मीडिया में भी इमरान खान को लेकर एक बड़ा वर्ग नरम नज़र आने लगा। कुछ लोग इसे पाकिस्तान का डर बताने लगे, कुछ लोग जिनेवा कन्वेंशन के प्रावधान का हवाला देने लगे लेकिन कुछ भारतीय इस फैसले के लिए इमरान खान को धन्यवाद कह रहे थे।
इमरान खान के फैसले का स्वागत करने वालों में जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती, पूर्व बीजेपी सांसद और वर्तमान कांग्रेसी नेता नवजोत सिद्धू, कश्मीरी नेता यासिन मलिक जैसे अहम लोग भी शामिल थे।
वहीं 28 फरवरी को भारतीय सोशल मीडिया पर बहुतेरे लोग पीएम मोदी को ट्रॉल कर रहे थे। इन लोगों का आरोप था कि जब पूरा देश अभिनंदन को लेकर चिंतित था तब पीएम मोदी बीजेपी के "मेरा बूथ सबसे मजबूत" कार्यक्रम में भागीदारी कर रहे थे।
ऐसे में यह कहना ज्यादती नहीं होगी कि अभिनंदन की घर वापसी को लेकर चल रही इमेज वार में इमरान खान की यॉर्कर पर पीएम नरेंद्र मोदी क्लीन बोल्ड हो गए।