क्या माँ-बाप का प्यार भी ऐसी नफरत में बदल सकता है, यकीन नहीं होता?
By जोयिता भट्टाचार्या | Updated: July 11, 2018 18:28 IST2018-07-11T18:28:38+5:302018-07-11T18:28:38+5:30
मैं उसके माता-पिता से यह पूछना चाहूंगी कि क्या आपकी बेटी ने इतनी बड़ी गलती कर दी थी कि मरने के बाद भी आप उसे माफ न कर सकें? मरने के बाद भी न उसके माता-पिता ने और न ही उसके बॉयफ्रेंड ने पूछा। उस लड़की का अंतिम संस्कार एक लावारिस लाश मानकर पुलिस को करना पड़ा।

क्या माँ-बाप का प्यार भी ऐसी नफरत में बदल सकता है, यकीन नहीं होता?
सोचिए उस लड़की पर क्या गुजरती होगी, जिसे पहले अपने बॉयफ्रेंड से धोखा मिला फिर परिवार से। एक लड़की जिसने अपने बॉयफ्रेंड के लिए अपनी जान दे दी। लेकिन मरने के बाद भी उसे सुकून नहीं मिला। एक तरफ उसका प्यार था जो धोखा देकर भाग चुका था। वहीं, दूसरी तरफ उसके मां-बाप जिन्होंने लड़की की डेड बॉडी को लेने तक से इंकार कर दिया। एक लड़की जो पैदा होने के बाद से पूरी दुनिया में अपने मां-बाप को ही पहचानती थी लेकिन उसी मां-बाप ने उसका अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया।
मैं उस लड़की की बात कर रही हूं जिसने 7 जुलाई को नोएडा के GIP मॉल से कूद कर जान दे दी। लड़की अपने बॉयफ्रेंड के दूर जाने से इतनी परेशान थी कि उसे अपनी जान की भी परवाह नहीं रही। लेकिन दुख: इस बात का है कि मरने के बाद भी न उसके माता-पिता ने और न ही उसके बॉयफ्रेंड ने पूछा। उस लड़की का अंतिम संस्कार एक लावारिस लाश मानकर पुलिस को करना पड़ा।
आखिर क्या हुआ था उस लड़की के साथ
ये घटना दिल्ली एनसीआर के नोएडा में पिछले शनिवार को हुई, जब एक लड़की ने यहां के चर्चित दी ग्रेट इंडिया प्लेस (जीआईपी) मॉल के टॉप फ्लोर से छलांग लगा दी। युवती के नीचे गिरते ही मॉल में भारी भीड़ इकट्ठा हो गई। युवती की हालत देखते ही मॉल प्रशासन ने पुलिस को इसकी सूचना दे दी। पुलिस आनन-फानन में युवती को नजदीकी अस्पताल लेकर पहुंची। लेकिन वहां डॉक्टरों ने युवती को मृत घोषित करते हुए शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया।
उसके माता-पिता से सवाल?
मैं उसके माता-पिता से यह पूछना चाहूंगी कि क्या आपकी बेटी ने इतनी बड़ी गलती कर दी थी कि मरने के बाद भी आप उसे माफ न कर सकें? क्या उसने प्यार के नाम पर कोई पाप किया था जो उसे एक लावारिस लाश की तरह दुनिया से अलविदा होना पड़ा। क्या आप तब भी यहीं रवैया अपनाते अगर ये बेटी की जगह एक बेटा होता? अपनी बेटी के बारे में सोचिए जो आपसे दूर एक अंजान शहर में खुद की परेशानियों से जूझ रही थी। क्या हालत रही होगी उसकी जब उसने अपनी जिंदगी को खत्म करने का फैसला लिया होगा? क्या आपका प्यार कुछ सालों का मोहताज था या कुछ दिखावा था जो उसकी एक गलती को मरने के बाद भी माफ न कर सका?
मान लेती हूं कि उसे सुसाइड जैसा कदम नहीं उठाना चाहिए था। उसे आप लोग से बात करनी चाहिए थी, लेकिन क्या आपके दिमाग में ये बात नहीं आती कि क्यों उसने आप लोगों के बारे में बिना सोचे ये कदम उठाया? कम से कम एक इंसानियत के नाते ही उस लड़की को उसके अंतिम रास्ते पर विदा कर देते। कम से कम उसके मरने के बाद उसे कुछ सुकून दे देते।
सोचिएगा अपनी उस बेटी के बारे में जिसे आपने दुल्हन की तरह विदा करने का सपना देखा था।
