वीवीएस लक्ष्मण का कॉलम: वर्ल्ड कप जीतने के लिए धवन-रोहित-कोहली नहीं, इन खिलाड़ियों को करना होगा प्रदर्शन

By वीवीएस लक्ष्मण | Published: January 12, 2019 12:43 PM2019-01-12T12:43:57+5:302019-01-12T12:43:57+5:30

टीम का सारा फोकस टॉप थ्री (शिखर, रोहित और विराट) के प्रदर्शन पर होगा, लेकिन मेरी नजर मध्यक्रम पर होगी।

VVS Laxman Column: Time to focus on the middle order | वीवीएस लक्ष्मण का कॉलम: वर्ल्ड कप जीतने के लिए धवन-रोहित-कोहली नहीं, इन खिलाड़ियों को करना होगा प्रदर्शन

रोहित शर्मा और विराट कोहली

टेस्ट सीरीज की ऐतिहासिक सफलता की खुमारी के बीच अब बारी है सफेद गेंद से चमत्कार दिखाने की। विश्व कप से पूर्व टीम इंडिया को 13 वन-डे खेलने हैं। इस दौरान अपनी खामियों को दूर करने के साथ-साथ टीम को क्रिकेट महाकुंभ के लिए तरोताजा रखना है। विश्व कप की तैयारी के मद्देनजर भारत को ऑस्ट्रेलिया (घर में और बाहर) और न्यूजीलैंड (घर के बाहर) से कड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा।

टीम का सारा फोकस टॉप थ्री (शिखर, रोहित और विराट) के प्रदर्शन पर होगा, लेकिन मेरी नजर मध्यक्रम पर होगी। घरेलू मैदान पर विंडीज के साथ नंबर चार पर रायुडू ने अपनी मजबूत दावेदारी पेश की। लेकिन, मध्यक्रम में अन्य को भी रन बनाने के साथ जीत में अहम योगदान देना होगा। थिंक-टैंक की नजर बैटिंग करते हुए और स्कोर को चेज करते हुए प्रदर्शन पर होगी।

ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में मेरी दिलचस्पी जसप्रीत बुमराह की गैरमौजूदगी में भारतीय गेंदबाजों के प्रदर्शन पर होगी। पर्याप्त आराम के बाद भारत का टीम संयोजन आकर्षण का केंद्र होगा। कप्तान कोहली के पास तेज गेंदबाजी में भुवनेश्वर कुमार के अलावा काफी विकल्प होंगे। भुवी दो माह के आराम के बाद टीम में लौटे हैं। पिछले कुछ समय से भारतीय गेंदबाजी बुमराह के प्रदर्शन पर आश्रित नजर आई। बात चाहे नई गेंद से गेंदबाजी की हो या डेथ ओवरों की। ऐसे में भुवी, शमी और खलील को अपनी योग्यता साबित करने का यह सुनहरा अवसर होगा।

ऑस्ट्रेलिया के बड़े मैदानों को देखते हुए कलाई के स्पिनरों-कुलदीप और चहल को उतारने के बारे में सोचा जा सकता है, लेकिन यहां विश्व कप को लेकर व्यापक विचार किया जाना चाहिए। इंग्लैंड में भव्य ग्राउंड होंगे। लिहाजा टीम में संतुलन के बार में सोचना ज्यादा प्रासंगिक होगा।

इसके बाद ऑस्ट्रेलिया को भारत में वन-डे सीरीज में शिरकत करनी है। वर्ल्ड कप से पूर्व आईपीएल भी खेला जाना है। ऐसे में शेष 13 वन-डे मुकाबलों में शानदार प्रदर्शन के साथ टीम को वर्ल्ड कप तक आत्मविश्वास को भी बरकरार रखना है। फलस्वरूप अगले माह 50-50 ओवर के प्रारूप के लिए बेहद अहम साबित होने वाले हैं।

Web Title: VVS Laxman Column: Time to focus on the middle order

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