वीवीएस लक्ष्मण का कॉलम: टीम इंडिया को तीसरे टेस्ट के लिए इन तीन बातों पर करना होगा गौर
By वीवीएस लक्ष्मण | Published: December 25, 2018 11:42 AM2018-12-25T11:42:55+5:302018-12-25T11:42:55+5:30
Ind vs Aus, 3rd Test: चार टेस्ट की सीरीज में फिलहाल भारत और ऑस्ट्रेलिया 1-1 से बराबरी पर चल रहे हैं।
चार टेस्ट की सीरीज में फिलहाल भारत और ऑस्ट्रेलिया 1-1 से बराबरी पर चल रहे हैं। मेलबोर्न के खूबसूरत एमसीजी ग्राउंड पर तीसरा टेस्ट बुधवार से प्रारंभ हो रहा है, जो दोनों टीमों के लिए महत्वपूर्ण है। मैंने काफी बॉक्सिंग डे टेस्ट खेले हैं, लिहाजा टेस्ट के पहले दिन का माहौल शानदार होता है। भारतीय टीम को बगैर दबाव में आकर खेलना जरूरी है।
भारत को तीसरे टेस्ट के लिए तीन बातों पर गौर करना होगा। लड़खड़ाती सलामी में सुधार बेहद जरूरी है। अच्छी शुरुआत के बाद बड़ी टॉप ऑर्डर में अन्य बल्लेबाजों को टिक कर खेलना होगा और निचले क्रम से भी उपयोगी योगदान की दरकार होगी।
ओपनिंग में विफलता को देखते हुए एमसीजी पर मयंक अग्रवाल को मौका मिलना चाहिए। योग्यता, समर्पण और कर्नाटक तथा इंडिया 'ए' की ओर से इस युवा ओपनर ने सराहनीय प्रदर्शन किया है। वह तरोताजा और सकारात्मक सोच के साथ यहां पहुंचे हैं। उन पर केएल राहुल जैसे कोई दबाव भी नहीं है।
बेशक, राहुल योग्यता के बावजूद अपनी ख्याति के अनुरूप प्रदर्शन नहीं कर पा रहे हैं। लगातार 9 टेस्ट में मिली विफलता से मनोबल भी टूटता है। उनके आउट होने का तरीका भी लगभग एक जैसा ही है। पर्थ टेस्ट की दूसरी पारी में मुरली विजय ने विकेट पर टिके रहने की मानसिकता का परिचय दिया। ऐसे में उन्हें तीसरे टेस्ट के लिए कायम रखा जाना चाहिए।
सीरीज के दौरान खेले गए दो टेस्ट मैचों में भारत की ओर से दो शतक जरूर ठोंके गए लेकिन जम चुके बल्लेबाज का आउट होना भारी पड़ सकता है। पुजारा और विराट ने क्रमश: एडिलेड और पर्थ में शतक ठोंके। टीम इनसे इससे बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद करता है। पर्थ टेस्ट में रहाणे और पुजारा से शतक की आस लगाई गई थी।
भारत के लिए ऑस्ट्रेलियाई पुछल्लेबाजों का प्रदर्शन भी चिंता का सबब रहा है। भारतीय गेंदबाज दिग्गज बल्लेबाजों पर वर्चस्व बनाने में सफल तो रहे लेकिन निचले क्रम को रोकने में वे सफल नहीं हो पाए। ऑस्ट्रेलियाई निचले क्रम के बल्लेबाजों ने उपयोगी साझेदारियां कर चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा करने में अहम योगदान दिया।