वीवीएस लक्ष्मण का कॉलम: इंग्लैंड ने भारतीय गेंदबाजों के खिलाफ दिखाई आक्रमकता
By वीवीएस लक्ष्मण | Published: March 28, 2021 03:04 PM2021-03-28T15:04:19+5:302021-03-28T15:04:19+5:30
इंग्लैंड ने भारतीय गेंदबाजों पर जमकर प्रहार करते हुए छह विकेट से जीत दर्ज की. किसी भी विकेट पर 336 रन बड़ा स्कोर होता है।
शुक्रवार को इंग्लैंड ने भारत पर वर्चस्व स्थापित करने का प्रयास किया. पहले मैच में हार के बाद कप्तान मोर्गन कह चुके थे कि टीम अपनी आक्रामकता को बनाए रखेगी. इसी आक्रामकता के चलते टीम ने विश्व कप जीत के साथ-साथ आईसीसी रैंकिंग शीर्ष स्थान हासिल किया. मोर्गन दुर्भाग्यवश चोटिल हो गए लेकिन टीम ने अपनी आक्रामकता बनाए रखी.
ऋषभ पंत ने आतिशी पारी खेलते हुए टीम को बड़ा स्कोर प्रदान किया. पहले 30 ओवर में विकेट बचाए रखते हुए अंतिम 20 ओवर में रनों की बरसात की. इसमें लोकेश राहुल का संयमी शतक भी अहम रहा. विराट-राहुल जोड़ी ने स्कोर बोर्ड को चलायमान रखने पर बल दिया. इसके बाद राहुल और हार्दिक ने अपने-अपने अंदाज में आक्रामक शॉट्स खेले. इंग्लैंड ने पहले मुकाबले में भी चौके-छक्के के साथ आतिशी शुरुआती की थी.
शुरुआती 13 ओवर में दस के औसत से रन बनाए. जेसन रॉय और जॉनी बेयरस्टॉ ने कल भी शतकीय साझेदारी निभाई. रॉय के रन आउट होने के बाद भारत के पास मुकाबले पर गिरफ्त बनाने का मौका था लेकिन इसी समय स्टोक्स ने बेयरस्टॉ के साथ रनों की गति बढ़ाते हुए उसकी कोशिशों को नाकाम किया. जब इंग्लिश बल्लेबाज तेजी से रन बनाने में जुटे थे तब भारत के पास कुछ करने का मौका था?
यह सच है कि कार्यभार को तवज्जो दिया जाना चाहिए लेकिन इसके बावजूद हार्दिक को तीन-चार ओवर दिए जा सकते थे. यदि खालीपन को भरने के लिए आपके पास योग्य गेंदबाज नहीं है तो यह संयोजन की खामी है. मुझे नहीं लगता कि कृणाल से सपाट विकेट पर दस ओवर कराए जाने चाहिए. इसी बात का फायदा उठाते हुए अंग्रेज बल्लेबाजों ने कृणाल और कुलदीप पर खूब रन बनाए.
ऐसे में कप्तान विराट कोहली को किसी तेज गेंदबाज को मोर्चे पर लगाना चाहिए था. गेंदबाजों को खासतौर से स्पिनर्स को गेंदबाजी करते समय सही लाइन और लेंथ को बनाए रखना चाहिए. स्टोक्स ने इसी खामी को खूब भुनाया. बेयरस्टॉ और बटलर के लगातार आउट हो जाने के बाद भी गेंद को ऑफ स्टंप के रखने का प्रयास नहीं किया गया. यही वजह है कि टीम की मुकाबले पर से गिरफ्त कमजोर होती गई.