अयाज मेमन की कलम से: क्या है रोहित शर्मा की फिटनेस का रहस्य
By अयाज मेमन | Published: November 11, 2020 11:25 AM2020-11-11T11:25:24+5:302020-11-11T11:27:28+5:30
अब तक स्पष्टता नहीं है कि बीसीसीआई ने रोहित को फिट घोषित किया या नहीं। दूसरी ओर रोहित के प्ले ऑफ में खेलने में मुंबई इंडियंस को कोई खतरा महसूस नहीं हुआ।
सनराइजर्स ने आईपीएल का अंतिम लीग मुकाबला जीतकर स्पर्धा को अधिक रोमांचक बनाया। इसके बावजूद रोहित शर्मा की मुकाबले में वापसी चर्चा का केंद्र रही। उल्लेखनीय है कि इससे पूर्व मुंबई इंडियंस के कप्तान को हैमस्ट्रिंग के चलते लीग के कुछ मुकाबलों में आराम करना पड़ा था। इसी दौरान बीसीसीआई ने ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए टीम इंडिया की घोषणा की।
दौरे के लिए घोषित टीमों (टी-20, वन-डे और टेस्ट) से रोहित को बाहर रखा गया। इस पर बीसीसीआई ने अपने बयान में कहा कि रोहित की चोट पर वह नजर रखे हुए है। बयान के अनुसार मेडिकल टीम से फिटनेस प्रमाणपत्र मिलने के बाद ही उनके नाम पर विचार किया जाएगा। इस बीच, आईपीएल के अंतिम लीग मुकाबले में हैदराबाद के खिलाफ रोहित की वापसी ने सभी चौंकाया।
इसके बाद वह पहले क्वालिफायर का भी हिस्सा बने। हालांकि इस धुरंधर बल्लेबाज को खेलने की जल्दबाजी न करने की सलाह भी दी गई। टीम इंडिया के मुख्य कोच रवि शास्त्री ने तो चोट की अनदेखी करने से कैसे करियर बर्बाद होता है, इसके लिए खुद की मिसाल दी। बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने भी शास्त्री के विचारों से कुछ हद तक सहमति जताई। इसके बावजूद रोहित ने मैदान पर वापसी की।
रोहित का भारतीय टीम में चयन का ऐलान सोमवार को किया गया। चूंकि टेस्ट शृंखला दिसंबर में होगी इसलिए फिट होने के लिए रोहित के पास पर्याप्त समय है लेकिन इस पूरे मामले में कुछ अहम मुद्दे भी हैं। सबसे पहले हैं चयनकर्ता, मुख्य कोच, बीसीसीआई के अध्यक्ष और खिलाडि़यों के बीच संवाद का अभाव। शास्त्री और गांगुली यदि रोहित की चोट के बारे में कुछ नहीं जानते हैं तो कहीं न कहीं गलत हो रहा है। इस मामले में बीसीसीआई और मुंबई इंडियंस के चिकित्सा दल की रिपोर्ट में भी विसंगति है।
अब तक स्पष्टता नहीं है कि बीसीसीआई ने रोहित को फिट घोषित किया या नहीं। दूसरी ओर रोहित के प्ले ऑफ में खेलने में मुंबई इंडियंस को कोई खतरा महसूस नहीं हुआ। कुल मिलाकर रोहित शर्मा के मामले में पारदर्शिता का अभाव नजर आया जो गंभीर मसला है।