इंद्रप्रस्थ गैस ने बंद किए दो तिहाई सीएनजी स्टेशन, दिल्ली-एनसीआर के सिर्फ इन 55 जगहों पर होगी सप्लाई
By भाषा | Updated: March 23, 2020 16:07 IST2020-03-23T16:07:38+5:302020-03-23T16:07:38+5:30
इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड (आईजीएल) ने एक बयान में कहा, ‘‘दिल्ली राजधानी क्षेत्र, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद और गुरुग्राम में नगरबंदी की घोषणा को देखते हुए आईजीएल ने चुनिंदा सीएनजी स्टेशनों के माध्यम से अपनी सेवा जारी रखने का निर्णय किया है।

नए घरेलू कनेक्शन नगरबंदी की अवधि तक जारी नहीं किए जाएंगे।
कोरोना वायरस महामारी के खतरे को देखते हुए दिल्ली आने जाने पर पाबंदी (लॉकडाउन) की घोषणा के बाद इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड (आईजीएल) ने दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद में अपने दो तिहाई सीएनजी स्टेशन सोमवार को बंद कर दिए। इसकी प्रमुख वजह वाहनों के आवागमन पर रोक से वाहनों के गैस ईंधन की मांग की कमी होना है।
दिल्ली-एनसीआर में कंपनी अब 55 सीएनजी स्टेशन का परिचालन करेगी। कंपनी की पाइप से प्राकृतिक गैस की आपूर्ति निर्बाध जारी रहेगी। हालांकि इसके नए कनेक्शन नगरबंदी की अवधि तक जारी रहेंगे। कंपनी ने एक बयान में कहा, ‘‘दिल्ली राजधानी क्षेत्र, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद और गुरुग्राम में नगरबंदी की घोषणा को देखते हुए आईजीएल ने चुनिंदा सीएनजी स्टेशनों के माध्यम से अपनी सेवा जारी रखने का निर्णय किया है।
कंपनी ने कहा, ‘‘इन शहरों में 23 मार्च से 31 मार्च 2020 तक कंपनी के 55 सीएनजी स्टेशन खुले रहेंगे। यह मुख्य तौर पर अनिवार्य और आपातकालीन सेवाओं के लिए वाहनों को ईंधन उपलब्ध कराएंगे।’’ दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में कंपनी करीब 155 सीएनजी स्टेशन का परिचालन करती है। अन्य पेट्रोल पंपो पर सीएनजी बिक्री जारी रहेगी। वहीं दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) के डिपो में उसकी जरूरत के मुताबिक सीएनजी उपलब्ध होगी।
आईजीएल के खुले रखे जाने वाले 55 सीएनजी स्टेशनों में से 44 दिल्ली में, पांच गाजियाबाद में, तीन नोएडा में, दो ग्रेटर नोएडा में और एक गुरुग्राम में है। आईजीएल ने कहा है कि घरों में पीएनजी (पाइप से प्राकृतिक गैस की आपूर्ति) आपूर्ति सुचारू बनी रहेगी।
कंपनी के 24x7 ग्राहक देखभाल केंद्र, ईमेल, वेबसाइट या मोबाइल एप के माध्यम से प्राप्त होने वाली शिकायतों पर काम करने के लिए क्षेत्रीय नियंत्रण केंद्र भी काम करते रहेंगे। हालांकि इस दौरान पीएनजी के नए कनेक्शन जारी नहीं किए जाएंगे।