महिलाएं होंगी अब और सुरक्षित, पुलिस ने बनाया ये नया प्लान
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: September 11, 2019 10:35 AM2019-09-11T10:35:55+5:302019-09-11T10:35:55+5:30
महिला सुरक्षा के लिए दिल्ली पुलिस ने साल 2015 में हिम्मत एप लॉन्च किया था। उबर-ओला जैसी कैब सर्विस बढ़ने के बाद महिला सुरक्षा को और अधिक मजबूत बनाने के लिए इस एप को अपडेट किया गया और इसे हिम्मत प्लस नाम दिया गया।
पुलिस कैब सर्विस प्रदान करने वाली कंपनी उबर के साथ मिलकर महिलाओं की सुरक्षा को मजबूत करने का प्रयास कर रही है। इस नए सिस्टम में टैक्सी ड्राइवर के लिए क्यूआर वेरिफिकेशन कोड की सुविधा जोड़ी जाएगी। दिल्ली पुलिस ऑफिसर ने कहा कि ये कोड उबर कैब में चिपकाया जाएगा। इस कोड को स्कैन करने के बाद यात्री ड्राइवर की वास्तविकता और उसकी पहचान का पता लगा सकते हैं।
पुलिस ने कहा कि ड्राइवर वेरिफिकेशन कोड पुलिस वूमेन सेफ्टी एप, हिम्मत प्लस के अलावा एक अतिरिक्त सुविधा है। इसके जरिे महिलाएं इमरजेंसी स्थिति में डिस्ट्रेस सिग्नल (आपात स्थिति में संकट संकेत) भेज सकती हैं।
इसके अलावा महिला सुरक्षा के लिए पुलिस के हिम्मत प्लस वूमेन सेफ्टी एप्लीकेशन में उबर की एसओएस (SOS) सर्विस को आपस में जोड़ा गया है। पुलिस का कहना है कि इसके जरिए महिलाओं के हिम्मत प्लस एप और उबर एप के जरिए डिस्ट्रेस सिग्नल बटन प्रेस करते ही पुलिस कंट्रोल को सीधे मैसेज जाएगा। इसके जरिए ड्राइवर की डिटेल और लोकेशन पुलिस को आसानी से पता चल जाएगी।
इस प्रोजेक्ट पर काम कर रहे डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस (एयरपोर्ट) संजय भाटी का कहना है कि इस प्रोजेक्ट की शुरुआत में अभी 100 उबर में क्यूआर कोड लगाया गया है। यह काम लेफ्टीनेंट गवर्नर और दिल्ली पुलिस के देखरेख में दिल्ली एयरपोर्ट के काली-पीली टैक्सी और ऑटोरिक्शा में शुरू किया गया था। इसकी सफलता के बाद यह फीचर एप आधारित अन्य कैब में भी लगाया जाएगा।
सरकार के मुताबिक दिल्ली भर में कम से कम 1.5 लाख उबर और ओला कैब चलती हैं और 30,000 के करीब काली पीली टैक्सी हैं।
हिम्मत एप को दिल्ली पुलिस द्वारा साल 2015 में महिला सुरक्षा के लिए लॉन्च किया गया था। इस एप के जरिए महिलाएं पुलिस कंट्रोल रूम में संकट संकेत भेज सकती हैं। यूजर के फीडबैक और दिल्ली यूनिवर्सिटी के छात्रों के रिसर्च के आधार पर इस एप का और अधिक फीचर वाला वर्जन हिम्मत प्लस लॉन्च किया गया। इस नए एप को दिल्ली एयरपोर्ट से चलने वाले कैब और ऑटो में महिला सुरक्षा को और ज्यादा मजबूत बनाने के लिए लॉन्च किया गया।