Vaishakh Amavasya 2024: इस बार वैशाख अमावस्‍या में 3 शुभ मुहूर्त का महासंयोग, जानें तिथि, शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और महत्व

By रुस्तम राणा | Published: May 2, 2024 04:02 PM2024-05-02T16:02:34+5:302024-05-02T16:02:34+5:30

Vaishakh Amavasya 2024: इस साल वैशाख अमावस्या तिथि पर तीन शुभ योग भी बन रहे हैं। 8 मई को वैशाख अमावस्या के अवसर पर सर्वार्थ सिद्धि योग, सौभाग्य योग और शोभन योग बन रहे हैं।

Vaishakh Amavasya 2024 date, auspicious time, worship method and importance | Vaishakh Amavasya 2024: इस बार वैशाख अमावस्‍या में 3 शुभ मुहूर्त का महासंयोग, जानें तिथि, शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और महत्व

Vaishakh Amavasya 2024: इस बार वैशाख अमावस्‍या में 3 शुभ मुहूर्त का महासंयोग, जानें तिथि, शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और महत्व

Vaishakh Amavasya 2024 Date:  हिन्दू धर्म में अमावस्या तिथि का विशेष महत्व होता है। सनातन परंपरा में यह तिथि दिवंगत पूर्वजों को समर्पित मानी जाती है। इस दिन पितरों के निमित्त तर्पण, पवित्र नदी में स्ना, दान-पुण्य किए जाते हैं। मान्यता है कि वैशाख अमावस्‍या के दिन व्रत करने से मोक्ष मिलता है, पितरों को शांति मिलती है। पितर प्रसन्‍न होते हैं। पितरों के आशीर्वाद से जीवन में तरक्‍की मिलती है। आर्थिक स्थिति बेहतर होती है। इस बार वैशाख अमावस्या 8 मई बुधवार को होगी। 

वैशाख अमावस्या पर बन रहे 3 शुभ योग

इस साल वैशाख अमावस्या तिथि पर तीन शुभ योग भी बन रहे हैं। 8 मई को वैशाख अमावस्या के अवसर पर सर्वार्थ सिद्धि योग, सौभाग्य योग और शोभन योग बन रहे हैं। इस दिन सौभाग्य योग प्रात:काल से लेकर शाम 05 बजकर 41 मिनट तक है। उसके बाद से शोभन योग प्रारंभ होगा, जो पूरी रात रहेगा। वहीं सर्वार्थ सिद्धि योग का निर्माण दोपहर में 01 बजकर 33 मिनट पर होगा, जो अगले दिन 9 मई को प्रात: 05 बजकर 34 मिनट तक रहेगा। इसके अलावा वैशाख अमावस्या के दिन भरणी नक्षत्र प्रात:काल से लेकर दोपहर 01 बजकर 33 मिनट तक है, उसके बाद से कृत्तिका नक्षत्र है। 

अमावस्या तिथि एवं स्नान दान का शुभ मुहूर्त

अमावस्या तिथि प्रारंभ - 07 मई दिन मंगलवार को सुबह 11 बजकर 40 पर 
अमावस्या तिथि का समापन - 08 मई बुधवार को सुबह 08 बजकर 51 मिनट पर 
ब्रह्म मुहूर्त में स्नान का शुभ समय - सुबह 04:10 बजे से 04:52 बजे तक
वैशाख अमावस्या पर लाभ-उन्नति मुहूर्त सुबह 05:35 बजे से सुबह 07:15 बजे तक 
अमृत-सर्वोत्तम मुहूर्त सुबह 07:15 बजे से 08:56 बजे तक

वैशाख अमावस्या पूजा विधि

सुबह जल्दी उठकर किसी पवित्र नदी या जलकुंड में स्नान करें।
भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करें।
पितृ तर्पण हेतु किसी पुरोहित से तर्पण कराएं या फिर खुद से करें।
पितरों की तस्वीर पर सफेद चंदन का तिलक करें । 
उन्हें सफेद पुष्प अर्पित करें। 
इसके बाद उस स्थान पर देशी घी का दीपक जलाना चाहिए। 
श्रद्धा के अनुसार गरीबों को सामर्थ्य के अनुसार दान करें

वैशाख अमावस्या का महत्व

पौराणिक शास्त्रों में अन्य अमावस्या तिथि के समान वैशाख माह में जल का दान महत्वपूर्ण माना गया है। जल दान करने से व्यक्ति को तीर्थ करने के समान पुण्य मिलता है। इस वजह से वैशाख अमावस्या के दिन आप लोगों को पानी पिलाएं, राहगीरों के लिए प्याऊ की व्यवस्था कराएं। इस दिन पीपल के पेड़ की पूजा करें और जल अर्पित करें। त्रिदेवों का आशीर्वाद प्राप्त होगा।

Web Title: Vaishakh Amavasya 2024 date, auspicious time, worship method and importance

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