चार साल से बिना पासपोर्ट-वीजा के रह रहा नाइजीरिया का नागरिक पकड़ा गया, रॉ व एमआई ने पुणे से किया गिरफ्तार, ड्रग्स पैडलर होने का संदेह
By डॉ. आशीष दुबे | Published: October 23, 2022 12:03 PM2022-10-23T12:03:38+5:302022-10-23T12:07:40+5:30
पुणे से रॉ व मिलिटरी इंटेलिजेंस (एमआई) ने एक संयुक्त कार्रवाई में नाइजीरिया के एक शख्स को पकड़ा है। वह बिना पासपोर्ट व वीजा के ही 2018 से भारत में रह रहा था।
नागपुर: देश की सुरक्षा एजेंसी रॉ व मिलिटरी इंटेलिजेंस (एमआई) ने पुणे के कपिला मैट्रीक्स बिल्डिंग, ड्रंकन पांडा रेस्टारेंट, एबीसी रोड मुंढवा में छापा मारकर एक विदेशी नागरिक को गिरफ्तार किया है. कार्रवाई के दौरान खुलासा हुआ कि पकड़ा गया विदेशी नागरिक बिना पासपोर्ट व वीजा के ही 2018 से यहां यह रहा है.
चार सालों में वह नागपुर समेत देश व राज्य के विविध शहरों में भी रहा है. उसकी गिरफ्तारी से कई चौंकाने वाले खुलासे होने की संभावना है. हालांकि सुरक्षा एजेंसियों की ओर से इस संबंध में कोई जानकारी नहीं दी जा रही है.
पकड़ा गया विदेशी नागरिक ओगुनरमी अबायोमी बाबातुंडे है. वह नाइजिरिया का रहने वाला है. वह पुणे के डिस्टीक सोसायटी, येवलेवाड़ी में रहता था. छापे के दौरान उसके पास भारत में रहने के लिए आवश्यक कानूनी दस्तावेज पासपोर्ट व वीजा नहीं मिला. सूत्रों ने बताया कि ओगुरमी ड्रग्स पैडलर है. साथ ही कबूतरबाजी में भी शामिल है.
विदेश से महिलाओं को लाने के काम में शामिल होने का आरोप
इसके अलावा विदेशों से महिलाओं को यहां लाने के काम में लिप्त था. हालांकि छापामार कार्रवाई के दौरान उसके पास से मादक पदार्थ नहीं मिले है. रॉ व मिलिटरी इंटेलिजेंस उससे पूछताछ कर रही है. इस कार्रवाई में मुंढवा पुलिस स्टेशन के जवान डीबी स्टाफ व एटीसी दल को भी शामिल किया गया था.
सूत्रों ने बताया कि आरोपी राज्य के विविध स्थानों पर गया है. लिहाजा जांच एजेंसियां सख्ती के साथ उससे पूछताछ कर रही है. यह भी पता लगाया जा रहा है कि उसके अलावा यहां और कितने लोग है जो अवैध रूप से भारत में कहां-कहां रह रहे है. वह किस-किस धंधे में लिप्त है. उसके किन लोगों के साथ संबंध है. 15 दिन पूर्व इसके पुणे में होने की सूचना मिली थी. लिहाजा एजेंसियों ने संयुक्त रूप से इस कार्रवाई को अंजाम दिया.
पुलिस को भनक कैसे नहीं लगी?
नाइजिरियन नागरिक के पकड़े जाने के बाद पुलिस व राज्य की खुफिया ईकाई पर कई सवाल खड़े हो रहे है. इनमें मुख्य सवाल यह है कि एक व्यक्ति अवैध रूप से राज्य में रह रहा है इसकी जानकारी मुंबई, पुणे व नागपुर पुलिस को कैसे नहीं लग पाई. जबकि वह उन सभी स्थानों पर रह चुका है.