कांग्रेस ने सैम पित्रोदा की 'पूर्व में लोग चीनी जैसे दिखते हैं' वाली टिप्पणी से खुद को किया अलग, कहा- "ये अस्वीकार्य है"
By मनाली रस्तोगी | Published: May 8, 2024 02:02 PM2024-05-08T14:02:03+5:302024-05-08T14:03:16+5:30
जयराम रमेश ने कहा, "भारत की विविधता को दर्शाने के लिए श्री सैम पित्रोदा द्वारा तैयार की गई उपमाएँ सबसे दुर्भाग्यपूर्ण और अस्वीकार्य हैं।"
नई दिल्ली: कांग्रेस ने बुधवार को आधिकारिक तौर पर इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा की विवादास्पद टिप्पणी से खुद को अलग कर लिया। बता दें कि पित्रोदा ने हाल ही में एक बयान दिया, जिसमे उन्होंने कहा था कि दक्षिण भारत के लोग अफ्रीकियों जैसे दिखते हैं, पश्चिम भारत के लोग अरब जैसे दिखते हैं और पूर्वी भारत के लोग चीनियों जैसे दिखते हैं।
The analogies drawn by Mr. Sam Pitroda in a podcast to illustrate India's diversity are most unfortunate and unacceptable. The Indian National Congress completely dissociates itself from these analogies.
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) May 8, 2024
वरिष्ठ कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने ट्वीट करते हुए कहा, "सैम पित्रोदा ने एक पॉडकास्ट में भारत की विविधता को दर्शाने के लिए जो उपमाएँ तैयार की हैं, वे अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण और अस्वीकार्य हैं। इंडियन नेशनल कांग्रेस इन उपमाओं से खुद को पूरी तरह अलग करती है।" भारतीय जनता पार्टी द्वारा सैम पित्रोदा की कथित नस्लवादी टिप्पणियों पर निशाना साधने के बाद कांग्रेस की ओर से यह स्पष्टीकरण आया है।
सैम पित्रोदा द्वारा भारत की विविधताओं को जो उपमाएँ दी गई हैं, वह अत्यंत ग़लत व अस्वीकार्य हैं। भारतीय राष्ट्रिय कांग्रेस इन उपमाओं से अपने आप को पूर्ण रूप से अलग करती है।
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) May 8, 2024
पित्रोदा ने द स्टेट्समैन को दिए एक साक्षात्कार में कहा, "हम 75 वर्षों से बहुत खुशहाल माहौल में रह रहे हैं, जहां लोग यहां-वहां के कुछ झगड़ों को छोड़कर एक साथ रह सकते हैं। हम भारत पर मजबूत पकड़ बनाए रख सकते हैं। भारत एक विविधतापूर्ण देश है, जहां पूर्व के लोग चीनी जैसे दिखते हैं, पश्चिम के लोग अरब जैसे दिखते हैं, उत्तर के लोग गोरे जैसे दिखते हैं और शायद दक्षिण के लोग अफ्रीकियों जैसे दिखते हैं।"
उन्होंने आगे कहा कि भारत के लोग विभिन्न भाषाओं, धर्म, भोजन और रीति-रिवाजों का सम्मान करते हैं, जो अलग-अलग क्षेत्रों में अलग-अलग होते हैं। उन्होंने कहा, "यह वह भारत है। जिसमें मैं विश्वास करता हूं। जहां हर किसी के लिए जगह है और हर कोई थोड़ा-बहुत समझौता करता है।"
मालूम हो कि इससे पहले सैम पित्रोदा ने अमेरिका में प्रचलित विरासत कर की अवधारणा के बारे में बोलते हुए विवाद खड़ा कर दिया था और कहा था कि इसे भारत में जारी किए जाने पर चर्चा करने की आवश्यकता है।
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा प्रतिक्रिया देने वाले पहले लोगों में से एक थे, जब उन्होंने एक्स पर सैम पित्रोदा की टिप्पणी पर उनकी आलोचना की और कहा, "सैम भाई, मैं उत्तर पूर्व से हूं और मैं एक भारतीय की तरह दिखता हूं। हम एक विविधतापूर्ण देश हैं। हम भले ही अलग दिखें लेकिन हम सब एक हैं अपने देश के बारे में थोड़ा समझिए!"