हूती विद्रोहियों ने अमेरिकी एमक्यू-9 रीपर ड्रोन को मार गिराने का दावा किया, फुटेज भी जारी की
By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: April 28, 2024 10:12 AM2024-04-28T10:12:14+5:302024-04-28T10:22:57+5:30
एमक्यू-9 रीपर ड्रोन को दुनिया का सबसे खतरनाक हथियार माना जाता है। एक ड्रोन की कीमत 30 मिलियन अमेरिकी डॉलर है, यह 50,000 फीट तक की ऊंचाई पर उड़ सकते हैं और लगातार 24 घंटे तक आसमान में रह सकते हैं।
नई दिल्ली: यमन के हूती विद्रोहियों ने शनिवार, 27 अप्रैल को अमेरिकी सेना के एक एमक्यू-9 रीपर ड्रोन मार गिराने का दावा किया है। हूती विद्रोहियों ने इसकी फुटेज भी शेयर की जो मानव रहित विमान के टुकड़ों से मेल खाते थे। यूएस सेंट्रल कमांड और यूएस वायु सेना के अधिकारियों ने हूती विद्रोहियों के दावे पर तुरंत जवाब नहीं दिया। हालाँकि अमेरिकी न्यूज चैनल सीबीएस न्यूज़ ने शुक्रवार को एक गुमनाम अमेरिकी सैन्य अधिकारी के हवाले से स्वीकार किया कि यमन में एक ड्रोन दुर्घटनाग्रस्त हो गया था।
हूती विद्रोहियों के अनुसार गुरुवार को देश के सादा प्रांत में उनके गढ़ पर हमला हुआ। हूती विद्रोहियों ने जो फुटेज जारी किया है उसमें ड्रोन को निशाना बनाकर किए गए मिसाइल प्रक्षेपण करना दिखाया गया है। बता दें कि हूती विद्रोहियों ने यमन में 2014 से ही देश के उत्तर और इसकी राजधानी सना पर कब्ज़ा कर लिया था।
Yemen's Houthi rebels claim to have shot down US military Reaper dronehttps://t.co/vgKb0z3vR3pic.twitter.com/2yWlwiJe6g
— Sky News (@SkyNews) April 27, 2024
एमक्यू-9 रीपर ड्रोन को दुनिया का सबसे खतरनाक हथियार माना जाता है। एक ड्रोन की कीमत 30 मिलियन अमेरिकी डॉलर है, यह 50,000 फीट तक की ऊंचाई पर उड़ सकते हैं और लगातार 24 घंटे तक आसमान में रह सकते हैं। लेकिन 2017 से अब तक अमेरिका विद्रोहियों के हमले में 5 रीपर ड्रोन खो चुका है।
अमेरिकी ड्रोन पर गोलीबारी ऐसे समय में हुई है जब हूती विद्रोहियों ने लाल सागर और अदन की खाड़ी में व्यापारिक जहाजों पर हमले शुरू कर दिए हैं। हाउती जरायल से गाजा में युद्ध समाप्त करने की मांग कर रहे हैं। इस युद्ध में 34,000 से अधिक फिलिस्तीनी मारे गए हैं।
हूती कौन हैं?
हूती एक ईरान समर्थित शिया मिलिशिया समूह है जिसने उत्तरी यमन के अधिकांश हिस्से पर कब्ज़ा कर लिया है। यमन से संचालित होने वाला हाऊती 2015 से सऊदी नेतृत्व वाले गठबंधन के साथ युद्ध में है। हूती विद्रोहियों के पास बैलिस्टिक मिसाइलें भी हैं। हूती ईरान का समर्थन मिलने से इनकार करते हैं और कहते हैं कि वे अपने हथियार खुद बनाते हैं। साल 2019 में हूती विद्रोहियों ने सऊदी के ऊर्जा प्रतिष्ठानों पर हमला किया था और सऊदी तेल उत्पादन के आधे से अधिक को अस्थायी रूप से काट दिया था।
यमन 2014 के अंत से गृहयुद्ध में फंस हुआ है जब ईरान समर्थित हाऊती मिलिशिया ने देश के उत्तर के अधिकांश हिस्से पर नियंत्रण कर लिया था और राष्ट्रपति अब्द-रब्बू मंसूर हादी की सऊदी समर्थित सरकार को सना से निकलने के लिए मजबूर कर दिया था।