व्लादिमीर पुतिन का ऐलान, "डोनेट्स्क, लुहान्स्क, खेरसॉन और ज़ापोरीज्ज्या के इलाके रूसी संप्रभुता का हिस्सा, सुरक्षा के लिए करेंगे हर संभव प्रयास"
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: September 30, 2022 10:28 PM2022-09-30T22:28:10+5:302022-09-30T22:31:42+5:30
यूक्रेन के साथ खड़े अमेरिका और तमाम यूरोपियन देशों से मिल रही तमाम चेतावनियों की अनदेखी करते हुए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने स्पष्ट शब्दों में कहा यूक्रेन के 4 क्षेत्रों का रूस के साथ विलय होगा, जिससे रूस की सुरक्षा को सुनिश्चित की जा सके।
मास्को: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने विश्व समुदाय की परवाह न करते हुए घोषणा की है कि वो रूस से सटे यूक्रेन के कुछ हिस्सों को अपने साथ जोड़ने के लिए हर संभव प्रयास करेगा। यूक्रेन के साथ खड़े अमेरिका और तमाम यूरोपियन देशों से मिल रही तमाम चेतावनियों की अनदेखी करते हुए रूसी राष्ट्रपति ने स्पष्ट शब्दों में कहा यूक्रेन के उन क्षेत्रों का रूस के साथ विलय होगा, जिन पर रूसी सेना का कब्जा है और जिसके जरिये रूस की सुरक्षा को सुनिश्चित की जा सके।
उन्होंने युद्धरत यूक्रेन को चेतावनी देते हुए कहा कि वो 4 यूक्रेनी क्षेत्रों को रूस का हिस्सा बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं और रूसी सेना द्वारा कब्जे में लिये गये इन चारों क्षेत्रों पर उनका प्रभुत्व बना रहेगा। इसके साथ ही पुतिन ने कहा कि कब्जे वाले स्थानों पर रूसी सेना की प्रभुसत्ता कायम की जाएगी उन क्षेत्रों को रूसी हिस्से के तौर पर सुरक्षा प्रदान की जाएगी।
पुतिन ने यूक्रेन के साथ युद्ध खत्म करने के लिए बातचीत की सिफारिश करते हुए यूक्रेन को कड़ी चेतावनी भी दी और कहा कि रूस कभी भी डोनेट्स्क, लुहान्स्क, खेरसॉन और ज़ापोरीज्ज्या क्षेत्रों पर से अपना नियंत्रण नहीं हटाएगा। इसके साथ ही उन्हें अमेरिका सहित तमाम पश्चिमी देशों पर आरोप लगाया कि वो यूक्रेन के जरिये रूस को "उपनिवेश" और "दास" बनाने की साजिश कर रहे हैं।
रूसी प्रमुख ने कहा कि युद्ध के जरिये कीव और पश्चिमी देशों का वह नंगे सच सामने आ गया है, जिसमें वो बंदूक की नोक पर झूठे इरादे से रूस को नुकसान पहुंचाने की मंशा रखते हैं। उन्होंने जापान से साल 2014 में यूक्रेनी अलगाववादी के जरिये डोनेट्स्क और लुहान्स्क क्षेत्रों को यूक्रेन के शामिल होने की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि मास्को ने उस समय डोनेट्स्क और लुहान्स्क क्षेत्रों के विकास के लिए सब्सिडी दी थी। लेकिन उन क्षेत्रों का प्रयोग लगातार रूस के खिलाफ ही किया जाता रहा।
वहीं 24 फरवरी को पुतिन की सेना ने यूक्रेन पर आक्रमण करने के साथ ही दक्षिणी खेरसॉन क्षेत्र और ज़ापोरिज्जिया के एक हिस्से को अपने अधिकार में ले लिया था। रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने दुनिया को चेतावनी देते हुए कहा कि रूस अपने कब्जे में लिये गये क्षेत्रों को रूसी संप्रभुता के तहत मानता है।
इसलिए यूक्रेन के उन 4 क्षेत्रों में रूसी सेना के विरोध को आक्रामकता के तौर पर देखा जाएगा और उसकी सुरक्षा के तहत जवाबी कार्रवाई में रूस परमाणु हथियारों के प्रयोग में भी संकोच नहीं करेगा।