श्रीलंकाः राष्ट्रपति सचिवालय के बाहर देर रात सशस्त्र बलों ने प्रदर्शनकारियों पर की कार्रवाई, उखाड़े टेंट, दोनों के बीच टकराव का वीडियो आया सामने
By अनिल शर्मा | Published: July 22, 2022 10:18 AM2022-07-22T10:18:41+5:302022-07-22T10:43:43+5:30
गुरुवार देर रात सशस्त्र सुरक्षा कर्मियों ने प्रदर्शनकारियों के टेंट के उखाड़ दिए। प्रदर्शनकारियों पर देर रात कार्रवाई करते हुए सशस्त्र बलों द्वारा कोलंबो में राष्ट्रपति सचिवालय के परिसर के बाहर और गाले फेस पर जमा हुए प्रदर्शनकारियों के तंबुओं का हटा दिया।
कोलंबोः यहां रानिल विक्रमसिंघे के श्रीलंका के नए राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेने के बाद एक बार फिर विरोध तेज हो गया है। विक्रमसिंघे के खिलाफ प्रदर्शन तेज होने के साथ ही गाले फेस पर भारी संख्या में प्रदर्शनकारी जमा हुए जिसके बाद राष्ट्रपति सचिवालय के बाहर सशस्त्र सैनिकों की भारी तैनाती की गई।
वहीं देर रात सशस्त्र सुरक्षा कर्मियों ने प्रदर्शनकारियों के टेंट के उखाड़ दिए। प्रदर्शनकारियों पर देर रात कार्रवाई करते हुए सशस्त्र बलों द्वारा कोलंबो में राष्ट्रपति सचिवालय के परिसर के बाहर और गाले फेस पर जमा हुए प्रदर्शनकारियों के तंबुओं का हटा दिया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा कर्मियों के बीच टकराव भी हुआ।
#WATCHश्रीलंका: कोलंबो में श्रीलंकाई राष्ट्रपति सचिवालय के परिसर के बाहर प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए सशस्त्र सुरक्षा कर्मियों ने सचिवालय के बाहर बैरिकेडिंग की। प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा कर्मियों के बीच टकराव भी हुआ।#SriLankaCrisispic.twitter.com/5MFEa3QKDe
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 21, 2022
#WATCH श्रीलंका: सशस्त्र बलों द्वारा प्रदर्शनकारियों पर देर रात कार्रवाई की गई। सशस्त्र बलों द्वारा कोलंबो में राष्ट्रपति सचिवालय के परिसर के बाहर और गाले फेस पर जमा हुए प्रदर्शनकारियों के तंबुओं का हटाया गया।#SriLankaCrisispic.twitter.com/HrSwJXVTEM
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 21, 2022
एक प्रदर्शनकारी ने चेतावनी देते हुए कहा कि "रानिल विक्रमसिंघे हमें खत्म करना चाहते हैं और वे फिर से ऐसा कर रहे हैं। हम हार नहीं मानेंगे। हम अपने देश को इस गंदी राजनीति से मुक्त बनाना चाहते हैं।"
श्रीलंका के नये राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे शुक्रवार को अपने मंत्रिमंडल को शपथ दिलायेंगे। मंत्रिमंडल में वही नेता शामिल किए जाएंगे जो विक्रमसिंघे के कार्यवाहक राष्ट्रपति के रहने के दौरान इसके (मंत्रिमंडल के) सदस्य थे। संसद सत्र के आहूत होने पर राष्ट्रीय सरकार पर सहमति बनने तक पिछला मंत्रिमंडल काम करता रहेगा और इसके बाद मंत्रिमंडल में फेरबदल होगा।
श्रीलंका: कोलंबो में श्रीलंकाई राष्ट्रपति सचिवालय के परिसर के बाहर सशस्त्र सुरक्षा कर्मियों द्वारा प्रदर्शनकारियों के टेंट को हटाया गया।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 21, 2022
श्रीलंका के नए राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे के ख़िलाफ़ प्रदर्शन तेज होने के साथ ही गाले फेस पर प्रदर्शनकारी जमा हुए। pic.twitter.com/S7CAzNM5kW
विक्रमसिंघे ने देश के समक्ष मौजूद अप्रत्याशित आर्थिक संकट से उबरने के लिए द्विपक्षीय सहमति का आह्वान किया है। उन्हें चुनाव जीतने के बाद बृहस्पतिवार को देश के आठवें राष्ट्रपति के तौर पर शपथ दिलायी गयी। अधिकारियों ने बताया कि विक्रमसिंघे सर्वदलीय सरकार नियुक्त करेंगे। छह बार प्रधानमंत्री रह चुके विक्रमसिंघे को बुधवार को सांसदों ने राष्ट्रपति चुना था। अब उम्मीद की जा रही है कि नकदी संकट से जूझ रहे श्रीलंका के लिए राहत सौदे के लिए अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के साथ चल रही वार्ता को निरंतरता मिलेगी।