Russia-Ukraine war: रूस की सेना में शामिल हुए और 1 लाख 70 हजार जवान, जेलेंस्की ने कहा- 'हम हार नहीं मानेंगे'
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: December 2, 2023 17:56 IST2023-12-02T17:55:06+5:302023-12-02T17:56:51+5:30
व्लादिमीर पुतिन ने देश की सेना को कम से कम 170,000 और सैनिकों को शामिल करने के शुक्रवार को आदेश दिए। दूसरी तरफ यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा है कि यूक्रेन हार नहीं मानेगा।

फाइल फोटो
Russia-Ukraine war: यूक्रेन और रूस के बीच लंबे समय से जारी संघर्ष के मध्य रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने देश की सेना को कम से कम 170,000 और सैनिकों को शामिल करने के शुक्रवार को आदेश दिए। यूक्रेन और रूस के बीच संघर्ष 22 माह से जारी है। पुतिन का यह आदेश शुक्रवार को जारी हुआ और इसे तत्काल प्रभाव से लागू भी कर दिया दिया गया जिससे रूसी सैन्यकर्मियों की बढ़कर संख्या 2,200,000 हो गई। इसमें 1,320,000 सैनिक भी शामिल हैं।
अगस्त 2022 में पुतिन ने 137,000 सैनिकों को शामिल करने के आदेश दिए थे जिसके बाद सैन्यकर्मियों की संख्या लगभग 20 लाख और सैनिकों की संख्या लगभग 1,150,000 हो गई थी। रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि सेना में शामिल होने की इच्छा रखने वालों की भर्ती की जाएगी।
इसे लेकर रूस के रक्षा मंत्रालय ने अपने बयान में कहा है कि रूस की सीमा के निकट नाटो के संयुक्त सशस्त्र बल तैनात किए जा रहे हैं और अतिरिक्त हवाई रक्षा प्रणालियों के साथ ही हथियार तैनात किए जा रहे हैं। नाटो की सामरिक परमाणु बलों की क्षमता बढ़ाई जा रही है। मंत्रालय ने कहा कि नाटो की आक्रामक गतिविधियों को देखते हुए रूसी सेना की क्षमता को बढ़ाना उचित कदम है। रूसी रक्षा मंत्रालय ने यूक्रेन में जारी संघर्ष को विशेष सैन्य अभियान करार देते हुए सेना में विस्तार के पीछे उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के बढ़ने को जिम्मेदार ठहराया।
दूसरी तरफ यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा है कि सर्दियों की शुरुआत हो गई है तथा इस मौसम में युद्ध के और जटिल होने के अनुमान के साथ ही यह एक प्रकार से नए चरण में है। जेलेंस्की ने साथ ही कहा कि यूक्रेन हार नहीं मानेगा।
पूर्वोत्तर यूक्रेन के खारकीव में एसोसिएटेड प्रेस से बात करते हुए जेलेंस्की ने कहा कि हम दुनिया की दूसरी (सर्वश्रेष्ठ) सेना के साथ लड़ रहे हैं। हम लोगों को खो रहे हैं। इस बात से मैं संतुष्ट नहीं हूं। हमें वे सारे हथियार नहीं मिले जो हम चाहते थे, इसलिए मैं संतुष्ट नहीं हो सकता लेकिन मैं ज्यादा शिकायत भी नहीं कर सकता। जेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेन को सहयोगियों से सभी आवश्यक हथियार नहीं मिले और उसके सीमित सैन्य बल के कारण लड़ाई तेज नहीं हो पाई। दुर्भाग्य से हमें अपेक्षित परिणाम नहीं मिले हैं।
बता दें कि रूस के यूक्रेन पर हमला करने के बाद यूक्रेन को अपना बचाव करने तथा जवाबी कार्रवाई के लिए लाखों डॉलर और हथियारों के रूप में पश्चिमी सैन्य सहायता प्रदान की गई है लेकिन लंबे वक्त से जारी संघर्ष का अभी कोई निष्कर्ष नहीं निकला है। यूक्रेन के अधिकारियों को इस बात की चिंता है कि आगे भी ऐसी ही मदद मिल पाएगी या नहीं। यूक्रेन के पास गोला-बारूद का भंडार कम होता जा रहा है, जिससे यूक्रेनी युद्ध की धार कुंद होने का खतरा है। ठंड शुरू होने से सैन्य नेतृत्व को नयी चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा
(इनपुट- भाषा)