पाकिस्तान पर टूटा बारिश का कहर, बलूचिस्तान में बाढ़ से मचा हाहाकार, अब तक 549 लोगों की हुई मौत
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: August 5, 2022 10:57 PM2022-08-05T22:57:34+5:302022-08-05T23:02:53+5:30
पाकिस्तान में बाढ़ और भारी वर्षा के कारण अब तक 549 लोगों की मौत हो चुकी है। बताया जा रहा है कि इस प्राकृतिक आपदा का सबसे बुरा असर सिंध और बलूचिस्तान में सबसे ज्यादा हुआ है।
इस्लामाबाद: बाढ़ और भारी वर्षा के कारण पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में जानमाल की भारी क्षति हुई है। इस संबंध में पाकिस्तान के मौसम विभाग ने जो जानकारी साझा की है उसके मुताबिक बीते लगभग एक महीने से पाकिस्तान भारी बारिश और भयंकर बाढ़ के कारण खासा नुकसान झेल रहा है। समाचार एजेंसी रायटर्स के अनुसार पाकिस्तान में बारिश और बाढ़ के कारण लगभग 549 लोगों की मौत हो गई है।
बताया जा रहा है कि इस प्राकृतिक आपदा का सबसे बुरा असर सिंध और बलूचिस्तान में हुआ है। बलूचिस्तान के दक्षिण-पश्चिमी प्रांत के दूरदराज के इलाकों में बसने वाले समुदाय बाढ़ के कारण सबसे ज्यादा प्रभावित बताये जा रहे हैं। पाकिस्तान की सरकारी एजेंसी ने बताया कि बाढ़ पीड़ितों को राहत पहुंचाने के लिए सेना सरकारी एजेंसियों के साथ बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सहायता अभियान चला रही है और इसके लिए बाकायदा उन क्षेत्रों में राहत और बचाव शिविर भी खोले गये हैं।
सेना के जवान बाढ़ प्रभावित परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचे के लिए दिन-रात काम कर रहे हैं। इसके अन्य सरकारी एजेंसियां बाढ़ प्रभावितों के बीच भोजन और दवा उपलब्ध कराने का काम कर रही हैं।
इस मामले में पाकिस्तान के राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) ने शुक्रवार को एक बयान जारी करते हुए कहा कि बाढ़ के कारण केवल 549 लोगों की मौत ही नहीं हुई है बल्कि इसके कारण करीब 46,200 से अधिक घरों को काफी नुकसान पहुंचा है। एनडीएमए ने कहा, "बाढ़ पीड़ितों को व्यापक राहत पहुंचाने और उनके पुनर्वास के लिए लगातार कोशिशें जारी हैं।"
बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करने के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा कि सरकार पूरे दमखम के साथ प्रभावित इलाकों में मदद पहुंचाने का प्रयास कर रही है और हम जल्द ही हालात पर काबू पा लेंगे। वहीं एनडीएमए का कहना है कि पाकिस्तान में गुजरा पिछला महीना बीते तीन दशकों में सबसे अधिक बारिश वाला रहा। बीते महीने में पिछले 30 वर्षों के औसत से 133 फीसदी अधिक बारिश हुई।
पाक आपदा प्रबंधन का कहना है कि अफगानिस्तान के सीमावर्ती क्षेत्र बलूचिस्तान में वार्षिक औसत से करीब 305 फीसदी ज्यादा बारिश हुई। एनडीएमए ने इस बुरे हालात में जान-माल से संबंधित रिपोर्ट जारी करते हुए कहा कि बलूचिस्तान के गांवों में अब भी हजारों लोग बाढ़ में फंसे हुए हैं और गंदे पानी के कारण उन्हें स्वच्छ पेयजल नहीं मिल पा रहा है। जिस कारण उनमें पानी से जुड़ी बीमारियों के पैदा होने का खतरा काफी बढ़ गया है।