किम जोंग उन ने अमेरिका और दक्षिण कोरिया को फिर धमकी दी, अधिक परमाणु हथियारों का उत्पादन करने की बात दोहराई
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: January 1, 2024 11:11 AM2024-01-01T11:11:18+5:302024-01-01T11:12:42+5:30
पिछले सप्ताह सत्तारूढ़ दल की पांच दिवसीय बैठक में किम ने कहा कि वह इस साल तीन और सैन्य जासूसी उपग्रह का प्रक्षेपण करेंगे, अधिक परमाणु हथियारों का उत्पादन करेंगे और हमला करने वाले ड्रोन तैयार करेंगे।
नई दिल्ली: उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन ने अमेरिका और दक्षिण कोरिया को एक बार फिर खुली धमकी दी है। किम जोंग उन ने अपनी सेना को आदेश दिया है कि अगर अमेरिका और दक्षिण कोरिया उसके खिलाफ उकसावे की कार्रवाई करते हैं तो उनका ‘नामोनिशान मिटा दें।’
उत्तर कोरियाई सरकारी मीडिया ने सोमवार को यह जानकारी दी। ये भी सामने आया है कि नवंबर में अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव से पहले उत्तर कोरिया द्वारा इस साल हथियारों के परीक्षण में और तेजी लाई जा सकती है। पिछले सप्ताह सत्तारूढ़ दल की पांच दिवसीय बैठक में किम ने कहा कि वह इस साल तीन और सैन्य जासूसी उपग्रह का प्रक्षेपण करेंगे, अधिक परमाणु हथियारों का उत्पादन करेंगे और हमला करने वाले ड्रोन तैयार करेंगे।
पर्यवेक्षकों का कहना है कि यह प्रयास भविष्य में अमेरिका पर कूटनीति दबाव बढ़ाने के लिए है। सेना के कमांडिंग अधिकारियों के साथ रविवार को हुई बैठक में किम ने देश के परमाणु हथियारों के संदर्भ में कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा की रक्षा के खातिर ‘सबसे कीमती हथियार’ को हमले के लिए तैयार रखना जरूरी है।
आधिकारिक कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी (केसीएनए) के अनुसार, किम ने इस बात पर जोर दिया अगर वे (अमेरिका, दक्षिण कोरिया) उत्तर कोरिया के खिलाफ उकसावे की कार्रवाई करते हैं तो हमारी सेना को बिना हिचकिचाए अपने सभी प्रमुख संसाधनों को जुटाकर उन्हें पूरी तरह से खत्म करने के लिए जवाबी हमला करना चाहिए।
बता दें कि यह पहली बार नहीं है जब उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन ने ऐसे धमकी भरे लहजे में बात की हो। दिसंबर 2023 में अंतरमहाद्वीपीय बैलेस्टिक मिसाइल परीक्षण के बाद किम ने कहा था कि देश की यह नीति है कि दुश्मन देशों द्वारा उकसाए जाने पर परमाणु हमला करने में हिचकिचाया नहीं जाएगा।
उत्तर कोरिया में पिछले वर्ष से परमाणु हथियारों के परीक्षण में तेजी आई है और देश के नेता किम जोंग उन कई बार परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करने की धमकी दे चुके हैं। हालांकि, कई विदेशी विशेषज्ञों का कहना है कि उत्तर कोरिया को अभी तक सक्षम परमाणु मिसाइलें हासिल नहीं हुई हैं। उत्तर कोरिया ने अपने परमाणु कार्यक्रमों को बढ़ावा देने के लिए हाल ही में अमेरिका-दक्षिण कोरियाई बैठक का हवाला दिया है। ठोस ईंधन वाली ‘ह्वासोंग-18’ मिसाइल के प्रक्षेपण के बाद से ही किम जोंग उन के तेवर बदले हुए हैं।