सैन फ्रांसिस्को में नवंबर में मिलेंगे जिनपिंग और बाइडन, तनाव के बीच होगी कई मुद्दों पर बातचीत
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: October 29, 2023 20:14 IST2023-10-29T20:13:22+5:302023-10-29T20:14:14+5:30
सैन फ्रांसिस्को में नवंबर में आयोजित हो रहे एशिया-प्रशांत आर्थिक सहयोग मंच (एपीईसीएफ) के शिखर सम्मेलन से इतर द्विपक्षीय बैठक को लेकर काम करने पर सहमति जताई गई है।

(फाइल फोटो)
नई दिल्ली: अमेरिका और चीन के बीच लंबे से कई मुद्दों पर तनाव जारी है। विरोध वाले मुद्दों पर बात करने के लिए नवंबर में दोनों देशों के राष्ट्रपतियों के बीच मुलाकात होनी है। पूरी दुनिया की निगाहें इस मुलाकात पर लगी है।
इस बीच चीन के विदेश मंत्री का मानना हैं कि राष्ट्रपति शी जिनपिंग और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन की संभावित बैठक की राह आसान नहीं होगी और नतीजों तक पहुंचने के लिए दोनों पक्षों को मिलकर काम करना होगा। चीन के विदेश मंत्रालय ने रविवार को जारी एक बयान में यह जानकारी दी।
चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने अपनी तीन दिवसीय वाशिंगटन यात्रा के दौरान बाइडन के साथ-साथ अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जैक सुलिवन से भी मुलाकात की थी। दोनों पक्षों ने इस दौरान सैन फ्रांसिस्को में नवंबर में आयोजित हो रहे एशिया-प्रशांत आर्थिक सहयोग मंच (एपीईसीएफ) के शिखर सम्मेलन से इतर द्विपक्षीय बैठक को लेकर काम करने पर सहमति जताई।
चीन के विदेश मंत्रालय द्वारा जारी बयान में ‘अमेरिकी रणनीतिक समुदाय’ के सदस्यों से हुई चर्चा का सारांश दिया गया। वांग ने कहा कि द्विपक्षीय बैठक की राह ‘आसान’ नहीं होने वाली है और उन्हें इसके होने के लिए ‘स्वत: होने’ के भाव पर निर्भर नहीं रहना चाहिए। वांग की तीन दिवसीय वाशिंगटन यात्रा ऐसे समय हुई है जब दोनों देशों के बीच उच्च प्रोद्योगिकी के निर्यात पर अमेरिकी प्रतिबंध और पूर्वी और दक्षिणी चीन सागर में चीन के आक्रमक रवैये सहित विभिन्न मुद्दों पर तनाव चरम पर है।
बयान में कहा गया कि दोनों पक्षों के बीच कई मुद्दे हैं जिनका समाधान किया जाना है लेकिन दोनों पक्ष मानते हैं कि अमेरिका और चीन के बीच संवाद कायम रखना दोनों पक्षों के लिए लाभदायक और आवश्यक है। विदेश मंत्रालय के बयान के अनुसार पिछले साल जी20 शिखर सम्मेलन में चिनफिंग और बाइडन की पिछली मुलाकात का संदर्भ देते हुए वांग ने कहा कि चीन और अमेरिका को ‘बाली में वापसी’ करने की जरूरत है। बाली में दोनों देशों के राष्ट्राध्यक्षों ने ताइवान, अमेरिका-चीन व्यापार तनाव के मुद्दों के साथ-साथ जलवायु परिवर्तन, स्वास्थ्य और खाद्य सुरक्षा के क्षेत्र में सहयोग पर भी चर्चा की थी।