Dutch election: नीदरलैंड के डोनाल्ड ट्रंप और इस्लाम विरोधी बयानबाजी के लिए प्रसिद्ध वाइल्डर्स ने मारी बाजी, नूपुर शर्मा का किया समर्थन, जानें 5 बड़ी बातें
By सतीश कुमार सिंह | Published: November 23, 2023 03:05 PM2023-11-23T15:05:58+5:302023-11-23T15:07:18+5:30
Dutch election: नीदरलैंड के डोनाल्ड ट्रंप कहे जाने वाले और इस्लाम विरोधी बयानबाजी के लिए कुख्यात गीर्ट वाइल्डर्स ने देश के संसदीय चुनाव में भारी जीत दर्ज की है।
Dutch election: धुर दक्षिणपंथी और इस्लाम विरोधी नेता गीर्ट वाइल्डर्स ने गुरुवार को डच चुनाव में भारी जीत हासिल की। सत्तारूढ़ गठबंधन बनाने और नीदरलैंड के अगले प्रधान मंत्री बनने की संभावना है, जो यूरोप के लिए एक बड़ा झटका है। खुशी दिखाने के लिए प्लेटफॉर्म एक्स पर एक वीडियो पोस्ट किया।
धुर दक्षिणपंथी वाइल्डर्स को कई बार इस्लामी चरमपंथियों की ओर से जान से मारने की धमकी मिल चुकी है। उन्हें मोरक्को के लोगों का अपमान करने का दोषी ठहराया जा चुका है और उनके विचारों के लिए ब्रिटेन ने एक बार उनके ब्रिटेन में प्रवेश पर रोक लगा दी थी।
लेकिन इस बार वाइल्डर्स ने अपने कट्टर इस्लाम विरोधी रवैये के विपरीत, देश में आवास की कमी, बढ़ती महंगाई और बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच पर अपने प्रचार अभियान को केंद्रित रखा। वाइल्डर्स ने जीत के बाद ‘एक्स’ पर एक वीडियो पोस्ट किया जिसमें उन्होंने हाथ फैलाए हुए हैं ,फिर उन्होंने चेहरा हाथो से ढंका और कहा ‘‘35’’।
दरअसल चुनाव बाद के सर्वेक्षणों में उनकी पार्टी ‘पार्टी फॉर फ्रीडम’ (पीवीवी) को संसद की 150 सीटों वाले निचले सदन में 35 सीटें मिलने का अनुमान व्यक्त किया गया था। तेज-तर्रार वाइल्डर्स नीदरलैंड के सबसे प्रसिद्ध सांसदों में से एक हैं। उनकी लोकलुभावन नीतियों और सुनहरे बालों के कारण उनकी तुलना ट्रंप से की जाती है।
वाइल्डर्स इस साल के अंत में देश की संसद में सबसे लंबे समय तक सेवाएं देने वाले सांसद बन जाएंगे। वह 1998 से प्रतिनिधि सभा के सदस्य हैं। वह इजराइल के कट्टर समर्थक भी हैं और नीदरलैंड के दूतावास को यरूशलम स्थानांतरित करने तथा रामल्ला में नीदरलैंड राजनयिक पद को समाप्त करने के भी पक्ष में हैं।
कट्टरपंथी राजनीति के लिए महशूर वाइल्डर्स बहुत हाजिरजवाब भी हैं । उन्हें अपनी दो बिल्लियों से बहुत प्यार है। स्नोएत्जे और प्लुइसजे नामक इन दिनों बिल्लियों के ‘एक्स’ पर अपने अपने एकाउंट हैं और दोनों के करीब 23,000 फोलोअर्स हैं।
गीर्ट वाइल्डर्स के बारे में पाँच बातेंः
1ः वाइल्डर्स का जन्म 6 सितंबर 1963 को एक रुढ़िवादी घराने में हुआ। राजनीतिक करियर पीपुल्स पार्टी फॉर फ्रीडम एंड डेमोक्रेसी (वीवीडी) के साथ शुरू हुआ, लेकिन यूरोपीय संघ और आप्रवासन पर पिछली पार्टी के रुख से असहमत होने के बाद 2006 में उन्होंने इसे छोड़कर अपना खुद का पीवीवी बना लिया।
2ः वाइल्डर्स के कड़े इस्लाम विरोधी रुख ने न केवल अन्य राजनेताओं को अलग-थलग कर दिया, बल्कि उन्हें इस्लामी चरमपंथियों का निशाना भी बना दिया। अनगिनत मौत की धमकियाँ मिलीं और चौबीसों घंटे पुलिस सुरक्षा मिली। उन्हें ब्रिटेन में प्रवेश करने से भी रोक दिया गया।
3ः वाइल्डर्स ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की निलंबित नेता नूपुर शर्मा की कुख्यात 'पैगंबर मोहम्मद' टिप्पणी के लिए भी उनका समर्थन किया था, जिससे मुसलमानों में आक्रोश फैल गया। पूरी दुनिया को उन पर गर्व होना चाहिए। भारत एक हिंदू राष्ट्र है, भारत सरकार इस्लामी नफरत और हिंसा के खिलाफ हिंदुओं की दृढ़ता से रक्षा करने के लिए बाध्य है।
4ः वाइल्डर्स का राजनीतिक अभियान नीदरलैंड के यूरोपीय संघ से बाहर निकलने पर जनमत संग्रह, सीमा पर शरण चाहने वालों और प्रवासियों को स्वीकार करने पर रोक और इस्लामी स्कूलों, कुरान और मस्जिदों पर प्रतिबंध लगाकर नीदरलैंड के 'डी-इस्लामीकरण' पर केंद्रित था।
5ः वह इज़राइल के भी प्रबल समर्थक हैं और उन्होंने नीदरलैंड के दूतावास को यरुशलम में स्थानांतरित करने और रामल्ला में डच राजनयिक पद को बंद करने का आह्वान किया है।