झुग्गियों से माइक्रोसॉफ्ट तक का सफर इतना आसान नहीं था; जानें कौन हैं शाहीना अत्तरवाला जिनका घर Netflix Series के 'बैड बॉय बिलियनेयर्स-इंडिया में दिखा
By आजाद खान | Published: January 28, 2022 04:00 PM2022-01-28T16:00:04+5:302022-01-28T16:03:56+5:30
शाहीना ने कहा, "झुग्गी-झोपड़ी में जीवन मुश्किल था और इसने मुझे सबसे गंभीर जीवन स्थितियों, लिंग पूर्वाग्रह और यौन उत्पीड़न से अवगत कराया है।"
मुंबई: झुग्गी-झोपड़ी से लेकर माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) तक का सफर शाहीना अत्तरवाला (Shaheena Attarwala) के लिए इतना आसान नहीं था। यहां तक आने के लिए उन्होंने कई कुरबानियां दी है। उनका कहना है, किस्मत, कड़ी मेहनत और लड़ाईयां मायने रखती हैं।" शाहीना ने जब अपनी कहानी को ट्विटर पर शेयर किया तो उसके ट्विटर थ्रेड पर अब तक 4,000 'लाइक्स' मिल चुके है और सैकड़ों कमेंट्स के साथ उसका पोस्ट वायरल हो गया है।
दरअसल, शाहीना मुंबई की झुग्गियों में रहती थी और अपनी कड़ी लगन और मेहनत से माइक्रोसॉफ्ट में नौकरी पाई है। उसे अपना पुराना जीवन उस समय याद आ गया जब हाल में ही आई नेटफ्लिक्स सीरीज़ (Netflix series) 'बैड बॉय बिलियनेयर्स: इंडिया" (Bad Boy Billionaires: India) में उसकी झुग्गी वाली घर को देखाया गया है। शाहीना का पोस्ट ट्विटर पर खूब वायरल हो रहा है और लोग इसे बहुत पसंद भी कर रहे है।
The @netflix series "Bad Boy Billionaires - India" Captures a birds-eye view of the slum in Bombay I grew up before moving out alone in 2015 to build my life.
— Shaheena Attarwala شاہینہ (@RuthlessUx) January 26, 2022
One of the homes you see in the photos is ours. You also see better public toilets which were not like this before. pic.twitter.com/fODoTEolvS
कौन है शाहीना अत्तरवाला
शाहीना अत्तरवाला एक महिला है जो पहले मुंबई के बांद्रा रेलवे स्टेशन के पास दरगा गली की एक झुग्गी में रहती थी। उनके पिता अत्रर बेचते थे और इससे उनका परिवार चलता था। शाहीना ने एनडीटीवी को बताया कि कैसे वह मामूली चीजों के लिए भी तरस्ती थी और अपने मन को मार कर रहती थी। उनका यह भी कहना है दरगा गली में सुविधाओं की कमी थी और उन्हें रोड पर भी सोना पड़ता था। उन्होंने बताया कि उनके पिता ने उनके लिए बहुत कुछ किया है। अब वे माइक्रोसॉफ्ट में नौकरी पाने के बाद पूरे परिवार का ख्याल रख रही हैं।
पैसे नहीं थे कंप्यूटर क्लास के लिए
शाहीना ने बताया कि उस समय उनके पास कंप्यूटर क्लास में दाखिला लेने के लिए भी पैसे नहीं होते थे और वह खुद का कंप्यूटर लेने के लिए कैसे दोपहर का खाना नहीं खाती थी और घर चली आ जाती थी। उसने यह भी बताया कि इस तरह के हालात ने उन्हें बहुत मजबूत किया और यही कारण है कि आज वे माइक्रोसॉफ्ट में एक उत्पाद डिज़ाइन प्रबंधक के रुप में काम कर पा रही है। बैड बॉय बिलियनेयर्स: इंडिया" में अपनी झुग्गियों को देख शाहीना को उनके पुराने दिन याद आ गए। उन्होंने महिलाओं को यही संदेश दिया है, "शिक्षा, कौशल और करियर हासिल करने के लिए जो कुछ भी करना है, वह करें, यही युवा लड़कियों के लिए एक बड़ा गेम-चेंजर बनने जा रहा है।"