उत्तर प्रदेश: इस दिन होगा अयोध्या में राम मंदिर का उद्घाटन, हजारों मेहमानों को बुलाने की तैयारी
By अंजली चौहान | Updated: December 2, 2023 14:03 IST2023-12-02T14:02:46+5:302023-12-02T14:03:29+5:30
उत्तर प्रदेश के अयोध्या में 'राम लला' की 'प्राण प्रतिष्ठा' (प्रतिष्ठा समारोह) में शामिल होने के लिए श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट द्वारा लगभग 6,000 लोगों को पत्र भेजे जाएंगे।

फाइल फोटो
अयोध्या: उत्तर प्रदेश के अयोध्या में बन रहे राम मंदिर के भव्य उद्घाटन को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। प्रधानमंत्री के आधारशिला रखे जाने के तीन साल बाद, अब मंदिर का उद्घाटन किया जाएगा जो कि साल 22 जनवरी 2024 के दिन होगा।
इस खास दिन को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार तमाम तैयारियां कर रही है। वहीं, कार्यक्रम में शामिल होने के लिए हजारों मेहमानों को बुलाने की तैयारी की जा रही जिसके लिए निमंत्रण बटने भी चालू हो गए हैं।
गौरतलब है कि नवनिर्मित राम मंदिर में समारोह के निमंत्रण कार्ड पुजारियों, दानदाताओं और कई राजनेताओं सहित 6,000 से अधिक मेहमानों को भेजे जा रहे हैं। मंदिर की आधारशिला अगस्त 2020 में मोदी ने रखी थी। देश भर के पुजारी और संत ही नहीं, बल्कि मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित शीर्ष राजनेता भी 22 जनवरी को समारोह में भाग लेंगे।
एक अधिकारी ने कहा कि राम मंदिर के भव्य उद्घाटन समारोह से पहले, उत्तर प्रदेश सरकार जनवरी 2024 में राज्य के प्रमुख मंदिरों में अखंड रामायण और हनुमान चालीसा का पाठ आयोजित करेगी।
पाठ कार्यक्रम 14 से 22 जनवरी तक आयोजित किए जाएंगे। राम मंदिर के भव्य अभिषेक समारोह की फिलहाल योजना बनाई जा रही है, और श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट और राज्य सरकार द्वारा धार्मिक कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार की गई है।
भगवान राम की मूर्ति 22 जनवरी को भव्य समारोह में राम मंदिर के अंदर स्थापित की जाएगी। उस दिन कई उत्सवों की योजना बनाई गई है।
इस बीच, मंदिर पर निर्माण कार्य पूरे जोरों पर चल रहा है, राम लला के तीन संस्करण बनाए जा रहे हैं, जिनमें से सबसे अच्छे को उद्घाटन की तारीख के करीब चुना जाएगा, जैसा कि इंडिया टुडे के सहयोगी चैनल आज तक ने पहले बताया था। तैयारियों के इस आखिरी चरण में रामलला के तीनों स्वरूपों को ऐसे स्थान पर बनाया जा रहा है, जहां किसी को भी जाने की इजाजत नहीं है।
अयोध्या राम मंदिर का सालों बाद हुआ निर्माण
2019 में अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले ने भव्य राम मंदिर के निर्माण का मार्ग प्रशस्त किया। अदालत के फैसले के बाद, केंद्र ने मंदिर के निर्माण पर सभी निर्णय लेने के लिए श्री राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की स्थापना की।
इसके बाद पीएम मोदी द्वारा मंदिर की आधारशिला रखने के बाद 5 अगस्त, 2020 को निर्माण शुरू हुआ। राम मंदिर की वास्तुकला 1988 में अहमदाबाद के सोमपुरा परिवार द्वारा तैयार किए गए डिजाइन पर आधारित है, जिसमें 2020 में कुछ बदलाव किए गए हैं।
इसके अलावा, थाईलैंड राम मंदिर के उद्घाटन से पहले रामजन्मभूमि पर मिट्टी भेज रहा है। विशेष सांस्कृतिक भाव के लिए थाईलैंड की दो नदियों से भगवान राम के मंदिर में पानी भेजा गया और अब मिट्टी भेजी जा रही है।