Assembly Elections 2023: रतलाम की 5 सीटों पर होगी 3 दिसंबर को मतगणना, 95 वें राउंड के बाद घोषित होंगे विजेता
By राजेश मूणत | Updated: November 29, 2023 10:37 IST2023-11-29T10:29:15+5:302023-11-29T10:37:36+5:30
रतलाम जिले के 5 विधानसभा क्षेत्रों के लिए आगामी तीन दिसंबर को सुबह से मतगणना प्रारंभ हो जाएगी। मतगणना शासकीय कला और विज्ञान महाविद्यालय के कक्षों मे होगी।

फाइल फोटो
भोपाल: रतलाम जिले की सभी 5 विधानसभा सीटों की मतगणना 3 दिसंबर को सुबह से शुरू हो जाएगी और इसके लिए 84 गणना टेबल लगेंगी। पांचो सीटों के लिए 95 राउंड में जाकर मतों की गिनती पूरी होगी। जिले का सबसे पहला परिणाम रतलाम ग्रामीण सीट का आएगा। यहां सबसे कम 18 राउंड मे वोटों की गिनती पूरी होगी और सबसे ज्यादा समय जिले की जावरा विधानसभा सीट की मतगणना में लगने वाला है। मतगणना शासकीय कला और विज्ञान महाविद्यालय के कक्षों मे होगी।
इस सीट की गिनती 20 राउंड मे पूरी होगी। रतलाम शहर, सैलाना और आलोट विधानसभा के मतों की गिनती 19 राउंड में पूरी होगी। डाक मत पत्र के परिणाम सबसे पहले आएंगे। इसके लिए रतलाम ग्रामीण विधानसभा सीट के लिए एक टेबल लगेगी। जबकि, रतलाम शहर सीट के डाक मतपत्र गिनने के लिए चार टेबल लगेगी। सैलाना और आलोट क्षेत्र के डाक मतपत्र की गणना के लिए 2-2 टेबल लगेगी। लेकिन, जावरा सीट के डाक मतपत्र तीन टेबल लगाकर गिने जाएंगे।
निर्वाचन आयोग ने प्रत्येक गणना टेबल पर एक गणना पर्यवेक्षक, एक गणना सहायक और एक सूक्ष्म प्रेक्षक की नियुक्ति की है। जबकि, डाक मतपत्र की गणना के लिए सहायक रिटर्निंग अधिकारी की उपस्थिति अनिर्वाय की गई है। निर्वाचन आयोग के साथ प्रत्येक टेबल पर उम्मीदवार की और से नियुक्त एजेंट भी मौजूद रहेगा। इसी के साथ आरओ टेबल पर उम्मीदवार या उसका एजेंट मौजूद रहेगा।
मतगणना के लिए प्रशिक्षण के साथ पारदर्शिता बरती जा रही है। सम्पूर्ण परिसर सीसीटीवी केमरों की निगरानी मे भी रहेगा। यहां यह ज्ञातव्य है की इस बार निर्वाचन में जिले मे ओसत 85 प्रतिशत मतदान हुआ है। मतदान प्रतिशत के लिए जिले की अनुसूचित जनजाति आरक्षित सैलाना सीट प्रदेश मे पहले स्थान पर रही थी। यहां 90 फीसदी से ज्यादा मत गिरे थे।
जिले की रतलाम ग्रामीण और सैलाना सीट दोनो अनुसूचित जनजाति आरक्षित सीटों पर मतदान के प्रति जबर्दस्त उत्साह रहा था। स्थिति यह थी की मतदान के अंतिम समय शाम छह बजे के बाद भी 19 केंद्रों पर 1759 मतदाताओं ने देर तक रूककर वोट डाले थे। रतलाम ग्रामीण सीट पर 86.25, रतलाम शहर सीट पर 73.55, सैलाना सीट पर 89.50, जावरा सीट पर 85.48 तथा आलोट सीट पर 83,62 प्रतिशत मतदाताओं ने मतदान किया था।
वहीं, बीते साल 2018 के निर्वाचन में जिले में 81.91 फीसदी मतदान हुआ था। इसमें जिले की रतलाम ग्रामीण सीट पर 83.77, रतलाम शहर सीट पर 71.78, सैलाना सीट पर 85.27, जावरा सीट पर 82.28 तथा आलोट सीट पर 80.88 प्रतिशत मतदान हुआ था। इसके पहले साल 2013 में भी रतलाम ग्रामीण अनुसूचित जनजाति सीट पर 79.32 रतलाम शहर सीट पर 68.32 एवं सैलाना अनुसूचित जनजाति सीट पर 77.97, जावरा सीट पर 79.06 तथा आलोट सीट पर 78.94 प्रतिशत मतदान हुआ था। लगातार तीसरी बार के निर्वाचन में मतदान प्रतिशत मे वृद्धि हुई है।
यह उल्लेखनीय है की साल 2013 में भाजपा ने जिलें की पांचों सीटों पर जीत हासिल की थी। इसके बाद साल 2018 में जिले की 3 सीट भाजपा ने और 2 सीट कांग्रेस ने जीती थी। जिले की पांचों सीटों पर 40 प्रत्याशी थे। जिले की रतलाम शहर को छोड़कर बाकी सभी सीटों पर निर्दलीय और जयस ने मुकाबलों को संघर्ष के मोड़ पर खड़ा कर दिया है। इससे गणना कक्षों मे बड़ी गहमा-गहमी रहने की उम्मीद लगाई जा रही है।