Watch: राहुल गांधी के बिगड़े बोल! हिंदुओं के धार्मिक अनुष्ठानों का उड़ाया मजाक, बोले- "पीएम मोदी की द्वारका पूजा नाटक..."
By अंजली चौहान | Published: May 4, 2024 12:36 PM2024-05-04T12:36:52+5:302024-05-04T12:56:44+5:30
Lok Sabha Elections 2024: कांग्रेस नेता ने पीएम मोदी पर नाटक करने, बारी-बारी से पाकिस्तान से संबंधित बयानबाजी पर ध्यान केंद्रित करने और प्रतीकात्मक पानी के भीतर भ्रमण पर निकलने का आरोप लगाया।
Lok Sabha Elections 2024: इस समय देश में लोकसभा चुनाव 2024 के कारण नेताओं की ताबड़तोड़ रैली हो रही है। इन रैलियों में रोजाना किसी न किसी नेता की आपत्तिजनक बयान देखने को मिल रही है। इसी कड़ी में राहुल गांधी ने पुणे में एक चुनावी रैली को संबोधित किया। इस रैली की एक क्लिप अब तेजी से वायरल हो रही है जिसमें उनके बयान से सोशल मीडिया पर हंगामा हो गया है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री पर कटाक्ष करते हुए हिंदू धर्म पर एक बार फिर सवाल उठाया। कांग्रेस नेता ने धार्मिक अनुष्ठानों पर सवाल उठाया और कहा, "पीएम की हालिया द्वारका पूजा को महज 'नाटक' करार दिया।"
Rahul Gandhi questions Sanatan rituals again, calls 'PM's Dwarka puja a drama'
— Megh Updates 🚨™ (@MeghUpdates) May 4, 2024
Rahul Gandhi, while speaking at a rally in Pune, said that PM Modi sometimes talks about Pakistan; sometimes he goes underwater to create 'drama'...: pic.twitter.com/Z5NMt8UwxE
राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर नाटक करने का आरोप लगाया। और जनता को भ्रमित करने का भी आरोप लगाया। इसके अलावा रैली में कांग्रेस नेता ने मौजूदा इंडिया ब्लॉक के वादों को उजागर करने का काम किया। न्होंने आरक्षण के लिए 50% कोटा सीमा को खत्म करने, मराठा और धनगर जैसे हाशिए पर रहने वाले समुदायों के लिए समान प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करने के लिए ब्लॉक की प्रतिबद्धता पर जोर दिया। राहुल गांधी ने व्यापक जाति और आर्थिक सर्वेक्षण आयोजित करने सहित इंडिया ब्लॉक के घोषणापत्र वादों पर प्रकाश डाला।
राहुल गांधी ने आरक्षण प्रणाली पर स्पष्ट चर्चा का आग्रह करते हुए पीएम मोदी से मौजूदा 50% आरक्षण सीमा को हटाने के लिए प्रतिबद्ध होने का आग्रह किया। उन्होंने भाजपा पर संवैधानिक रूप से अनिवार्य आरक्षण प्रणाली को कमजोर करने के इरादे रखने का आरोप लगाया और ऐसे किसी भी प्रयास का विरोध करने की कसम खाई। कांग्रेस नेता की टिप्पणियाँ राजनीति में धार्मिक प्रतीकवाद की प्रभावकारिता के इर्द-गिर्द चल रही एक कथा को दर्शाती हैं, जो सामाजिक-आर्थिक असमानताओं को दूर करने के उद्देश्य से ठोस नीति प्रस्तावों के साथ मेल खाती है।