उत्तराखंड के जंगलों में भड़की आग के पीछे साजिश! पुलिस ने बिहार के तीन युवकों को गिरफ्तार किया

By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: May 5, 2024 05:53 PM2024-05-05T17:53:10+5:302024-05-05T17:54:25+5:30

उत्तराखंड में इस साल मार्च-अप्रैल के दौरान 2023 के मुकाबले वनाग्नि सहित आग लगने की घटनाओं में कई गुना वृद्धि हुई है। इस अवधि के दौरान नैनीताल सहित कुछ जिलों में तो यह वृद्धि दस गुना से भी अधिक रही।

Uttarakhand Police arrested three people from Bihar for allegedly promoting forest fires | उत्तराखंड के जंगलों में भड़की आग के पीछे साजिश! पुलिस ने बिहार के तीन युवकों को गिरफ्तार किया

उत्तराखंड के जंगलों में भड़की आग बुझने का नाम नहीं ले रही है

Highlightsउत्तराखंड के जंगलों में भड़की आग बुझने का नाम नहीं ले रही है जंगलों में आग को भड़काने के आरोप में बिहार के तीन लोगों को गिरफ्तार किया गयाआरोपी व्यक्तियों की पहचान ब्रिजेश कुमार, सलमान और सुखलाल के रूप में हुई

Uttarakhand Forest Fire: उत्तराखंड के जंगलों में भड़की आग बुझने का नाम नहीं ले रही है। आग बुझाने के लिए सेना की मदद भी ली जा रही है।  वन विभाग में सभी छुट्टियां निरस्त कर दी गई हैं और सभी अधिकारियों व प्रभावित जिलों के सभी जिम्मेदार लोगों की जवाबदेही तय की गई है ताकि आग पर काबू पाया जा सके। हल्द्वानी, नैनीताल और चंपावत वन प्रभागों समेत प्रदेश के विभिन्न वन क्षेत्रों में पिछले तीन दिनों से आग लगने का सिलसिला जारी है। इस आग को बुझाने के प्रयास युद्धस्तर पर किए जा रहे हैं।

इस बीच उत्तराखंड पुलिस ने शनिवार, 4 मई को राज्य में जंगलों में आग को भड़काने के आरोप में बिहार के  तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने खुलासा किया कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक वीडियो सामने आया है जिसमें ये तीन युवक जंगल की आग को भड़काने का काम कर रहे हैं। कथित वीडियो में एक युवक को यह कहते हुए सुना जा सकता है, "आग से खेलने वालों को कोई चुनौती नहीं देता...और बिहारियों को कभी चुनौती नहीं दी जाती।" आरोपी व्यक्तियों की पहचान ब्रिजेश कुमार, सलमान और सुखलाल के रूप में हुई है, जो बिहार के रहने वाले हैं।

पुलिस के अनुसार इन तीनों पर भारतीय वन अधिनियम 1927 की धारा 26 और भारतीय दंड संहिता की कई अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। जिले के एसपी सर्वेश पंवार ने बताया कि यह घटना चमोली जिले के गैरसैंण इलाके में हुई। एसपी सर्वेश पंवार ने जनता से जंगलों में आग लगाने या ऐसी गतिविधियों को बढ़ावा देने से परहेज करने का आग्रह करते हुए जोर दिया कि यह एक दंडनीय अपराध है। उन्होंने चेतावनी दी कि कानून का उल्लंघन करने वालों को परिणाम भुगतना होगा।

बता दें कि  उत्तराखंड में इस साल मार्च-अप्रैल के दौरान 2023 के मुकाबले वनाग्नि सहित आग लगने की घटनाओं में कई गुना वृद्धि हुई है। इस अवधि के दौरान नैनीताल सहित कुछ जिलों में तो यह वृद्धि दस गुना से भी अधिक रही।  उत्तराखंड में वनाग्नि की घटनाएं लगातार सामने आने के बीच नवनियुक्त वन बल प्रमुख धनंजय मोहन ने शनिवार को विभाग के अधिकारियों से आग लगने संबंधी सूचनाओं पर प्राथमिकता के आधार पर कार्रवाई करने और प्रतिक्रिया समय को कम करने के निर्देश दिये। उत्तराखंड में शनिवार, 4 मई को जंगल में आग लगने की 18 घटनाएं हुईं, जिसमें 21.86 हेक्टेयर वन जलकर खाक हो गए। जलते जंगलों से उठते धुएं के कारण नैनी-सैनी हवाई अड्डे के आसपास दृश्यता कम होने के चलते सीमावर्ती जिले के पिथौरागढ़ और मुनस्यारी कस्बों के लिए हवाई सेवाएं शनिवार को दूसरे दिन भी निलंबित रहीं।

Web Title: Uttarakhand Police arrested three people from Bihar for allegedly promoting forest fires

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