तेलंगाना: वायुसेना का ट्रेनर विमान हुआ दुर्घटनाग्रस्त, दो पायलटों की मौत
By अंजली चौहान | Updated: December 4, 2023 14:10 IST2023-12-04T14:01:48+5:302023-12-04T14:10:06+5:30
भारत ने 2012 के अनुबंध के तहत ₹2,900 करोड़ में पिलाटस एयरक्राफ्ट से 75 प्रशिक्षक खरीदे। यह IAF का एक टर्बोप्रॉप, टेंडेम सीटिंग, बेसिक ट्रेनर विमान है

फाइल फोटो
हैदराबाद: सोमवार को तेलंगाना में भारतीय ट्रेनिंग विमान के क्षतिग्रस्त होने से बड़ा हादसा हो गया जिसमें दो पायलटों की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि पिलाटस पीसी-7 एमके II ट्रेनर विमान हादसे का शिकार हुआ है। भारतीय वायुसेना की सेवा में स्विस मूल के विमान से जुड़ी पहली दुर्घटना है और विमान वायु सेना अकादमी, हैदराबाद से नियमित प्रशिक्षण उड़ान पर था।
वायुसेना ने एक बयान में कहा कि विमान सोमवार सुबह एएफए, हैदराबाद से नियमित प्रशिक्षण उड़ान के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। बयान में कहा गया है कि यह बेहद अफसोस के साथ है कि भारतीय वायुसेना पुष्टि करती है कि विमान में सवार दोनों पायलटों को घातक चोटें आईं। किसी भी नागरिक जीवन या संपत्ति को कोई नुकसान नहीं हुआ है। दुर्घटना के कारण का पता लगाने के लिए कोर्ट ऑफ इंक्वायरी का आदेश दिया गया है।
भारत ने 2012 के अनुबंध के तहत ₹2,900 करोड़ में पिलाटस एयरक्राफ्ट से 75 प्रशिक्षक खरीदे। यह IAF का एक टर्बोप्रॉप, टेंडेम सीटिंग, बेसिक ट्रेनर विमान है।
सभी पायलटों का प्रारंभिक प्रशिक्षण पिलाटस पीसी-7 एमके II विमानों और किरण एमके-1/1ए प्रशिक्षकों पर किया जाता है। लड़ाकू पायलट बनने का प्रशिक्षण लेने वाले लोग सुपरसोनिक लड़ाकू विमान उड़ाने से पहले ब्रिटिश मूल के हॉक उन्नत जेट प्रशिक्षकों पर प्रशिक्षण लेते हैं। भारत अब अपना खुद का बुनियादी प्रशिक्षक विमान बना रहा है।
गौरतलब है कि सोमवार की दुर्घटना एक पुराने किरण ट्रेनर विमान के छह महीने बाद हुई है, जिसे भारत के बेहतरीन परीक्षण पायलटों में से एक और एक महिला उड़ान परीक्षण इंजीनियर द्वारा उड़ाया गया था, 1 जून को कर्नाटक के चामराजनगर के बाहरी इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसने दशकों पुराने विमान पर सुर्खियाँ बटोरीं और इसे आधुनिक विमान से बदलने की सख्त जरूरत है। दोनों दुर्घटना में बच गए।