SSC Scam: अर्पिता मुखर्जी के पास 31 जीवन बीमा पॉलिसी, नॉमिनी के नाम देखकर ईडी के अधिकारी हैरान, जानें
By सतीश कुमार सिंह | Published: August 4, 2022 08:10 PM2022-08-04T20:10:17+5:302022-08-04T20:11:39+5:30
SSC Scam: ईडी ने अर्पिता मुखर्जी के दो फ्लैटों से करीब 51 करोड़ रुपये बरामद किए। पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी और उनकी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी दोनों का दावा है कि पैसा उनका नहीं है।
कोलकाताः कोलकाता की विशेष अदालत ने एसएससी घोटाला मामले में पश्चिम बंगाल के पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी और उनकी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी को तीन दिनों के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की हिरासत में भेज दिया। इस बीच ईडी ने पूछताछ में एक और खुलासा किया है।
अर्पिता मुखर्जी के पास 31 जीवन बीमा पॉलिसी है। आपको बता दें सभी पॉलिसी में नॉमिनी के रूप में पार्थ चटर्जी का नाम है। जांचकर्ताओं ने विशेष अदालत में यह दावा किया है। सुनवाई के दौरान ईडी ने दावा किया कि अर्पिता की 31 जीवन बीमा पॉलिसियों में नॉमिनी के तौर पर पार्थ का नाम था।
इस जानकारी को यह दिखाने के लिए हाइलाइट किया गया है कि दोनों जोड़े के बीच कितना 'अंतरंग संबंध' है। जब से राज्य के पूर्व मंत्री पार्थ और मॉडल-अभिनेत्री अर्पिता को शिक्षा क्षेत्र में एक एसएससी घोटाले के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया था, तब से ईडी दोनों के बीच 'करीबी अंतरंग' संबंध का दावा कर रहा है।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पश्चिम बंगाल के पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी और उनकी करीबी अर्पिता मुखर्जी से कथित रूप से जुड़े एसएससी घोटाले की जांच शुरू की, तब से हर दिन एक नया खुलासा हो रहा है। बड़ी मात्रा में पैसा, विदेशी मुद्रा और महंगे फोन होने से लेकर सभी हैरान हैं।
ईडी के अधिकारी ने 'आपा यूटिलिटी सर्विसेज' नाम से एक साझेदारी दस्तावेज जब्त किया, जिसमें दोनों गिरफ्तार आरोपियों की 50 फीसदी हिस्सेदारी बताई जा रही है। फ्लैट और पैसों के साथ-साथ अर्पिता एक पालतू पशु प्रेमी भी है, जिसके डायमंड सिटी इलाके के तीन में से एक फ्लैट में नौ कुत्ते हैं।
ग्रेट डेन, जर्मन शेफर्ड, हस्की, लैब्राडोर और कॉकर स्पैनियल जैसे कुत्तों को रखा है। निर्जन पालतू जानवरों की देखभाल करने वाली संस्था 'वॉयस फॉर द वॉयसलेस' ने ईडी को पत्र लिखकर अर्पिता के फ्लैट में बंद सभी कुत्तों की कस्टडी का अनुरोध किया है।
चटर्जी को 23 जुलाई को गिरफ्तार किया गया था। उससे पहले उनकी सहयोगी मुखर्जी के अपार्टमेंट से करोड़ों रुपये नकद, सोना एवं संपत्ति के दस्तावेज मिले थे। अतिरिक्त सॉलीसीटर जनरल ने कहा कि मुखर्जी के दो फ्लैटों से 51 करोड़ रुपये नकद मिला है।
उन्होंने दावा किया कि चटर्जी और मुखर्जी धनशोधन में लिप्त पाये गये क्योंकि वे सरकारी एवं सहायता प्राप्त विद्यालयों में सहायक शिक्षकों के पदों पर अवैध रूप से भर्ती की आपराधिक साजिश में संलिप्त थे। स्कूल सेवा आयोग के भर्ती अभियान में कथित अनियमितताएं तब हुईं जब चटर्जी राज्य के शिक्षा मंत्री थे।