"राहुल गांधी के आरोप झूठे, निराधार, भ्रामक और बेबुनियाद हैं", राम मंदिर ट्रस्ट के चंपत राय ने प्राण प्रतिष्ठा में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को आमंत्रित नहीं करने के उनके दावे पर कहा
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: May 1, 2024 09:05 AM2024-05-01T09:05:33+5:302024-05-01T09:09:10+5:30
राम जन्मभूमि तीरथ क्षेत्र ट्रस्ट ने राहुल गांधी के उस दावे को खारिज किया है, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को आदिवासी मूल के कारण प्राण प्रतिष्ठा समारोह में नहीं बुलाया गया था।
लखनऊ: कांग्रेस नेता राहुल गांधी के उस दावे को श्री राम जन्मभूमि तीरथ क्षेत्र ट्रस्ट ने बीते मंगलवार को खारिज कर दिया, जिसमें राहुल गांधी ने आरोप लगाया था कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को आदिवासी मूल के कारण अयोध्या में हुए रामलला के भव्य प्राण प्रतिष्ठा समारोह में नहीं बुलाया गया था।
कांग्रेस नेता ते इस बयान पर कड़ी आपत्ति जताते हुए श्री राम जन्मभूमि तीरथ क्षेत्र ट्रस्ट ने कहा कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और वायनाड से लोकसभा के सांसद राहुल गांधी के आरोप पूरी तरह से निराधार, भ्रामक और बिल्कुल झूठे हैं।
ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि उन्हें राहुल गांधी द्वारा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के संबंध में लगाए गए आरोपों पर "गंभीर आपत्ति" है।
उन्होंने कहा, "गुजरात की एक सभा में राहुल गांधी ने कहा है कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को अयोध्या में राम जन्मभूमि पर राम लला की प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर आमंत्रित नहीं किया गया क्योंकि वह आदिवासी हैं। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ के महासचिव और ट्रस्टी के रूप में क्षेत्र मुझे राहुल जी के इन बयानों पर गंभीर आपत्ति है क्योंकि उनका यह बयान बिल्कुल झूठा, निराधार और भ्रामक है।"
चंपत राय ने कहा कि तीन महीने पहले हुई घटनाओं के बारे में राहुल गांधी बिल्कुल बेबुनियाद आरोप लगाकर समाज में विभाजन पैदा करने की मंशा रखते हैं। उन्होंने कहा, "राहुल गांधी के भाषण में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के संदर्भ में कहा गया वह हिस्सा हमारे लिए गंभीर रूप से आपत्तिजनक है।"
उन्होंने यह भी कहा कि राहुल गांधी को इस बात की जानकारी नहीं है और उन्हें आरोप लगाने से पहले जानकारी लेनी चाहिए थी कि राम लला के प्राण प्रतिष्ठा में न केवल राष्ट्रपति मुर्मू बल्कि पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद भी मंदिर ट्रस्ट की ओर से आमंत्रित थे।
चंपत राय ने कहा, "राहुल गांधी के आरोप बेबुनिया हैं क्योंकि ट्रस्ट की ओर से अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग और अत्यंत गरीबों के लोगों को आमंत्रित किया गया था और वे समारोह में शामिल भी हुए थे। इसके साथ मंदिर निर्माण में शामिल श्रमिक भी प्राण प्रतिष्ठा समारोह में उपस्थित थे। यहां तक कि प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान के अवसर पर अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ी जातियों के कई परिवारों को श्री राम जन्मभूमि मंदिर के "शुभ मंडप" में पूजा करने का भी अवसर दिया गया था।"