प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात कर सकती हैं ममता बनर्जी, दिलीप घोष ने कहा- केंद्र को झांसे में नहीं आना चाहिए
By शिवेंद्र राय | Published: August 4, 2022 09:44 PM2022-08-04T21:44:43+5:302022-08-04T21:46:47+5:30
ममता बनर्जी चार दिन के दिल्ली दौरे पर हैं। इस दौरान पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री विपक्ष के नेताओं के अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात कर सकती हैं। ममता की प्रधानमंत्री से संभावित मुलाकात पर प. बंगाल के भाजपा नेता दिलीप घोष ने कहा है कि ममता ऐसी मुलाकातों का इस्तेमाल राजनीतिक संदेश देने के लिए करती हैं इसलिए केंद्र को सतर्क रहना चाहिए।
नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी चार दिन के दिल्ली दौरे पर हैं। इस दौरान वह 7 अगस्त को नीति आयोग के एक कार्यक्रम में शामिल होंगी। खबर है कि दिल्ली यात्रा के दौरान ममता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मिल सकती हैं। ममता बनर्जी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की संभावित मुलाकात को लेकर पंश्चिम बंगाल के भाजपा नेता दिलीप घोष ने कहा है कि ममता ऐसी मुलाकातों का इस्तेमाल यह संदेश देने में करती हैं कि केंद्र और उनके बीच कोई डील हो गई है। दिलीप घोष ने कहा कि केंद्र को इसका एहसास होना चाहिए और ममता के झांसे में नहीं आना चाहिए।
प्रधानमंत्री से ममता की संभावित मुलाकात पर दिलीप घोष की तरफ से लगाए गए आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए तृणमूल कांग्रेस के सुखेंदु शेखर रॉय ने कहा कि दिलीप घोष के आरोप बेबुनियाद हैं, ऐसे आरोप हमारे विरोधी लगाते रहते हैं। बता दें कि दिल्ली में तृणमूल प्रमुख ममता बनर्जी राज्यसभा सांसद सुखेंदु शेखर रॉय के सरकारी आवास पर पार्टी के सांसदों से भी मुलाकात करेंगी।
अपने चार दिवसीय दिल्ली प्रवास के दौरान ममता बनर्जी विपक्ष के नेताओं से भी मुलाकात करेंगी। वापस कोलकाता लौटने से पहले ममता राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से भी मुलाकात कर सकती हैं। बता दें कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सबसे बड़े विरोधियों में गिना जाता है। इसी महीने 6 अगस्त को उपराष्ट्रपति का चुनाव भी है। ऐसे में प्रधानमंत्री के साथ ममता की मुलाकात के सियासी मायने भी निकाले जाएंगे।
साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनावों के लिए ममता को विपक्ष के एक मजबूत नेता के रूप में देखा जाता है जो नरेंद्र मोदी को चुनौती दे सकती हैं। हाल ही में पश्चिम बंगाल के मंत्री पार्थ चटर्जी का नाम शिक्षा विभाग के घोटाले में आने और उनकी करीबी अर्पिता के घर से करोड़ो रूपये बरामद होने के बाद ममता को डैमेज कंट्रोल करना पड़ा। पहले ममता ने पार्थ को मंत्रीमंडल से बाहर निकाला फिर कैबिनेट का विस्तार करते हुए कुछ नए चेहरों को भी जगह दी जिसमें भाजपा में रह चुके बाबुल सुप्रियो भी शामिल हैं।