Lok Sabha Elections 2024: "बीजेपी का घोषणापत्र बिना किसी असर के गायब हो गया", पी चिदंबरम का तीखा तंज
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: April 30, 2024 09:42 AM2024-04-30T09:42:17+5:302024-04-30T09:45:10+5:30
कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने मंगलवार को कहा कि लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा का घोषणापत्र बिना किसी असर के गायब हो गया है।
नई दिल्ली: कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने मंगलवार को कहा कि लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा का घोषणापत्र बिना किसी असर के गायब हो गया है। वहीं कांग्रेस के घोषणापत्र को उसके कल्याणकारी वादों के कारण जनता के बीच खासी लोकप्रियता मिल रही है।
सोशल प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर किये पोस्ट में चिदंबरम ने कहा, "भाजपा नेता अपने घोषणापत्र के बारे में नहीं बोलते हैं। भाजपा का घोषणापत्र गायब हो गया है। कांग्रेस के घोषणापत्र ने लोगों के मन पर गहरी छाप छोड़ी है और यह देश के लाखों लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गया है।''
कांग्रेस घोषणापत्र समिति के प्रमुख चिदंबरम ने कहा कि उनकी पार्टी के चुनाव दस्तावेज में समावेशी दृष्टिकोण है और यह केवल गरीबों के बारे में बात करता है।
वहीं चिदंबरम के इस दावे के विपरित महाराष्ट्र के सोलापुर में बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "मनमोहन सिंह ने नवंबर 2006 में राष्ट्रीय विकास परिषद में अपने भाषण में कहा था कि देश के संसाधनों पर अल्पसंख्यकों का पहला अधिकार है, आखिर मनमोहन सिंह वहां गरीब अल्पसंख्यक, गरीब महिलाएं और गरीब बच्चों को क्यों भूल गये?"
वहीं चिदंबरम ने कहा, "कांग्रेस मानती है कि विकास के बावजूद देश में गरीबों की बड़ी संख्या है। कांग्रेस के घोषणापत्र में ऐसी नीतियां हैं, जो गरीबों का उत्थान करेंगी। उनकी आय बढ़ाएंगी और खतरनाक असमानताओं को कम करेंगी।“
चिदंबरम 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस घोषणापत्र समिति के अध्यक्ष थे। इससे पहले 29 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दावा किया था कि कांग्रेस और इंडिया ब्लॉक ओबीसी प्रतिनिधित्व पर "झूठ फैला रहे हैं। उन्होंने कहा था कि कांग्रेस कभी नहीं चाहती थी कि दलित, आदिवासी और ओबीसी नेतृत्व देश का नेतृत्व करे।
पीएम मोदी ने महाराष्ट्र के सोलापुर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस ने दलित नेता डॉ बीआर अंबेडकर का अपमान किया है।
पीएम ने कहा, "कांग्रेस कभी भी देश में दलित, आदिवासी और ओबीसी नेतृत्व नहीं चाहती थी। यह वही कांग्रेस है, जिसने दलित नेता डॉ बीआर अंबेडकर का अपमान किया था। बाबासाहेब अंबेडकर को भारत रत्न तब मिला, जब केंद्र में भाजपा समर्थित सरकार सत्ता में थी।"
उन्होंने कहा, "भाजपा का हमेशा से यह प्रयास रहा है कि एससी, एसटी और ओबीसी के लिए अधिकतम प्रतिनिधित्व सुनिश्चित किया जाए। साल 2014 में जब आपने हमें भारी बहुमत दिया, तो एनडीए ने एक दलित के बेटे रामनाथ कोविन्द को और आदिवासी बेटी द्रौपदी मुर्मू को देश का राष्ट्रपति बनाया।“