Lok Sabha Elections 2024: "भाजपा '400 के पार' और कांग्रेस 40 की लड़ाई लड़ रही है", केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: April 17, 2024 07:49 AM2024-04-17T07:49:41+5:302024-04-17T07:54:03+5:30
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने बीते मंगलवार को कच्चातीवू द्वीप पर विवाद का जिक्र करते हुए कांग्रेस ने उस द्वीप को श्रीलंका को सौंपकर भारत की संप्रभुता और राष्ट्रीय हितों को खतरे में डाला है।
किश्तवाड़: केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने बीते मंगलवार को कच्चातीवू द्वीप पर विवाद का जिक्र करते हुए कांग्रेस ने उस द्वीप को श्रीलंका को सौंपकर भारत की संप्रभुता और राष्ट्रीय हितों को खतरे में डाला है।
लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा के "अब की बार 400 पार" नारे का जिक्र करते हुए ठाकुर ने कहा, "इस चुनाव में हम 400 की लड़ाई लड़ रहे हैं और कांग्रेस 40 की लड़ाई लड़ रही है। इंडिया ब्लॉक में कोई ऐसा नेता नहीं है, जिसके पास देश के विकास का कोई इरादा है। ये तो असल में 'टुकड़े-टुकड़े' गिरोह के लोग हैं, जो देश को कमजोर करना चाहते हैं।"
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार केंद्रीय मंत्री ठाकुर ने कांग्रेस पार्टी पर ऐतिहासिक विश्वासघात का आरोप लगाते हुए आरोप लगाया कि उसने सत्ता में रहने के दौरान अपने कार्यकाल में भारत की क्षेत्रीय अखंडता से समझौता किया और देश को धोखा दिया।
ठाकुर ने पड़ोसी देशों चीन, श्रीलंका और पाकिस्तान का जिक्र करते हुए कहा, "कांग्रेस ने सत्ता में रहने के दौरान कांग्रेस पार्टी ने भारतीय जमीन का बड़ा हिस्सा चीन को सौंप दिया, पाकिस्तान को कश्मीर पर कब्जा करने की इजाजत दी और श्रीलंका के पक्ष में कच्चातीवू द्वीप पर नियंत्रण छोड़कर इस देश के साथ बहुत बड़ा अन्याय किया है।"
मालूम हो कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में 1974 में कच्चातीवू द्वीप श्रीलंका को "सौंपने" को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा था। उन्होंने एक मीडिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए आरोप लगाया कि नए तथ्यों से पता चला है कि कांग्रेस ने "संवेदहीन" बनकर कच्चातीवू द्वीप श्रीलंका को दे दिया।
मीडिया रिपोर्ट तमिलनाडु भाजपा अध्यक्ष के अन्नामलाई द्वारा भारत और लंका के बीच 1974 के समझौते पर उनके प्रश्नों पर प्राप्त एक आरटीआई जवाब पर आधारित थी जब इंदिरा गांधी प्रधानमंत्री थीं।
पार्टी के रुख को दोहराते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने केंद्र में कांग्रेस और भाजपा सरकार के बीच तुलना की और कहा कि उनकी सरकार ने श्रीलंका के साथ अच्छे राजनयिक संबंध स्थापित किए ताकि भारतीय मछुआरों को कांग्रेस शासन के 10 वर्षों की तुलना में समस्याओं का सामना न करना पड़े।
लंबे समय से चले आ रहे कच्चातीवू द्वीप मुद्दे को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, "कच्चतीवू द्वीप मुद्दे को हर कोई जानता है। यह कांग्रेस द्वारा किया गया था, हमने नहीं। लेकिन, हमारे मछुआरों को किसी भी समस्या का सामना न करना पड़े, इसलिए हमने श्रीलंका के साथ अच्छे राजनयिक संबंध स्थापित किए। आप जानते हैं कि 10 साल पहले क्या स्थिति थी।”