Lok Sabha Elections 2024: भाजपा ने लालू यादव की बेटी को बताया 'विदेशी बहू', रोहिणी आचार्य ने पलटवार करते हुए कहा- "मैं पहले 'बिहारी' और छपरा की 'बेटी' हूं"
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: April 18, 2024 09:33 AM2024-04-18T09:33:57+5:302024-04-18T09:37:41+5:30
बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने लालू यादव पर हमला करते हुए कहा कि रोहिणी आचार्य सिंगापुर की 'बहू' हैं, वो अब बिहार की 'बेटी' नहीं रहीं।
पटना: बिहार के सारण से राजद उम्मीदवार और पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने बीते बुधवार को दोहराया कि वह छपरा की बहू हैं। आचार्य ने शहर में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए यह टिप्पणी की।
समाचार वेबसाइट इंडिया टुडे के अनुसार इससे पहले सारण के मौजूदा सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रूडी ने लालू प्रयाद यादव की पार्टी राजद पर केवल परिवार के भीतर ही टिकट बांटने का आरोप लगाया था। इसके साथ ही बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने भी राजद पर हमला करते हुए कहा कि रोहिणी आचार्य सिंगापुर की 'बहू' हैं, वो अब बिहार की 'बेटी' नहीं रहीं।
भाजपा के इस हमले से तिलमिलाई लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने पलटवार करते हुए कहा, "मैं पहले बिहारी हूं, बिहार की बहू हूं और छपरा की बेटी हूं।"
उन्होंने कहा, ''मैंने अपने पिता लालू यादव को किडनी दान करके अपना कर्तव्य निभाया है। सारण के लोग मेरे भाई-बहन और माता-पिता हैं।"
लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य इंजीनियर राव समरेश सिंह से शादी करने के बाद सिंगापुर चली गईं। उनके दो बेटे और एक बेटी हैं। साल 2022 में उन्होंने अपनी एक किडनी अपने बीमार पिता लालू यादव को दान की थी।
सारण में आयोजित चुनावी रैली में लालू यादव ने अपनी बेटी रोहिणी के समर्थन में कहा, "सारण के लोगों ने मुझे राजनीति में आने की अनुमति दी है और इसलिए उनके प्रति मेरा विशेष स्नेह है। मैं सारण के लोगों का कर्जइ कभी नहीं चुका पाऊंगा।"
उन्होंने कहा, "सारण के लोग मुझसे परिवार से उम्मीदवार देने के लिए कह रहे थे और एक बैठक के बाद उन्होंने मुझसे रोहिणी आचार्य को उम्मीदवार के रूप में चुनने के लिए कहा। मैंने स्वीकार कर लिया है और उन्हें सारण से राजद का उम्मीदवार बना दिया है।"
लालू यादव ने कहा, "मोदी सरकार बाबासाहेब के संविधान और लोकतंत्र को नष्ट करने का प्रयास कर रही है। लेकिन हम ऐसा नहीं होने देंगे। अगर संविधान नहीं होता तो हमें आरक्षण नहीं मिलता।"
राजनीति में पहली बार कदम रख रहीं रोहिणी आचार्य सारण में भाजपा के दिग्गज नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रूडी के खिलाफ मुकाबला करने के लिए तैयार हैं। रूडी सारण से पहली बार 1990 में 28 साल की उम्र में जनता दल के टिकट पर बिहार विधान सभा के लिए चुने गए थे।