JP Nadda In Araria: 'एक वक्त सत्तू खाकर गुजारा होता था', चुनावी सभा में बोले जेपी नड्डा
By धीरज मिश्रा | Published: May 2, 2024 12:46 PM2024-05-02T12:46:25+5:302024-05-02T12:50:12+5:30
JP Nadda In Araria: भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा गुरुवार को बिहार के दौरे पर थे। नड्डा ने अररिया में एक चुनावी सभा को संबोधित किया।
JP Nadda In Araria: भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा गुरुवार को बिहार के दौरे पर थे। नड्डा ने अररिया में एक चुनावी सभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के 10 साल सेवा, सुशासन, गरीब कल्याण के रहे। एक तरफ सेवा है, सुशासन है, गरीब कल्याण है, तो दूसरी तरफ राजद-कांग्रेस के शासन की लूट, कुशासन और उनके परिवार का कल्याण था। दोनों में तय आपको करना है। जेपी नड्डा ने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत, दुनिया का तीसरे नंबर का ऑटोमोबाइल मार्केट बन गया है।
बिहार के अररिया में आयोजित विशाल जनसभा को संबोधन। https://t.co/Xjub3MeIO0
— Jagat Prakash Nadda (Modi Ka Parivar) (@JPNadda) May 2, 2024
भारत की दवाई आज दुनिया में दूसरे नंबर पर एक्सपोर्ट हो रही है। हम दुनिया की डिस्पेंसरी बन गए हैं। दुनिया हमसे दवाई खरीद रही है, सबसे सस्ती और असरदार दवाई आज भारत में बन रही है। जेपी नड्डा ने कहा कि आप जो मोबाइल इस्तेमाल कर रहे हैं, उस पर 10 साल पहले लिखा होता था- मेड इन चाइना, मेड इन कोरिया, मेड इन जापान लिखा होता था। आज आपके मोबाइल पर लिखा है मेड इन इंडिया। नड्डा ने कहा कि आज भारत में इस्तेमाल होने वाले 97 फीसदी मोबाइल भारत बना रहा है। ये बदलता हुआ भारत है।
कोरोना की महामारी आई, दुनिया भी नहीं जानती थी, कैसे लड़ा जाए। नड्डा ने कहा कि कोरोना की लड़ाई में अमेरिका फेल हो गया, रूस फेल हो गया, जापान रास्ता तय नहीं कर पाया। लेकिन मोदी के नेतृत्व में सही समय पर सही फैसला लिया गया और देश के 140 करोड़ लोगों की जान बचाई गई।
जेपी नड्डा ने कहा कि कांग्रेसी और राजद वाले बोलते थे कि ये मोदी टीका है, मत लगाओ, लेकिन चुपके से खुद लगवा लिया। ये ऐसे लोग है, जिन्होंने चुपके से खुद टीका लगवाया, लेकिन जनता को गुमराह करते रहे कि टीका मत लगावाओ। उन्होंने कहा कि इस देश में टिटनेस की दवा आने में 25 साल लग गए, डिप्थीरिया की दवा आने में 30 साल लग गए, ट्यूबरक्लोसिस की दवा को आने में 27 साल लग गए, जापानी बुखार की दवा आने में 100 साल लग गए। लेकिन कोरोना का टीका देश को 9 महीने में मिल गया।